Edited By Vijay, Updated: 24 Jul, 2025 07:57 PM

हिमाचल प्रदेश में कुछ दिनों से धीमी पड़ी मानसून की चाल के बीच वीरवार को राजधानी शिमला सहित जिला में खूब बारिश हुई है। राजधानी शिमला में 13, नारकंडा में सर्वाधिक 50.5, कुफरी में 22, धौलाकुंआ में 18, सोलन में 9.6, मंडी व कसौली में 1-1.....
शिमला (संतोष): हिमाचल प्रदेश में कुछ दिनों से धीमी पड़ी मानसून की चाल के बीच वीरवार को राजधानी शिमला सहित जिला में खूब बारिश हुई है। राजधानी शिमला में 13, नारकंडा में सर्वाधिक 50.5, कुफरी में 22, धौलाकुंआ में 18, सोलन में 9.6, मंडी व कसौली में 1-1, बजौरा में 3 मिलीमीटर वर्षा हुई, जबकि कल्पा में बूंदाबांदी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में शुक्रवार को किसी भी प्रकार का अलर्ट जारी नहीं किया गया है, अपितु कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन 26 जुलाई से मानसून फिर से रफ्तार पकड़ेगा। इसके चलते आगामी 4 दिनों तक कुछ जिलों में भारी बारिश का यैलो अलर्ट जारी किया गया है। यानी आगामी दिनों मानसून फिर से रफ्तार पकड़ सकता है। 26 जुलाई को 4 जिलों मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर, 27 जुलाई को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर, 28 जुलाई को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी व सिरमौर में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए यैलो अलर्ट जारी किया गया है।
अब तक 147 मौतें, 34 लाेग अभी भी लापता
20 जून से आरंभ हुए मॉनसून सीजन 34 दिनों में अब तक 147 लोगों की जान गई है। हालांकि इस अवधि में जान गंवाने वाले 68 लोग विभिन्न सड़क हादसों में काल का ग्रास बने है। 229 लोग घायल हुए है, जबकि 34 लोग अभी भी लापता है। इसमें सबसे अधिक 27 लोग जिला मंडी के लापता चल रहे है। गुरुवार शाम तक एक नैशनल हाईवे एनएच-70 मंडी कोटली बंद रहा, जबकि 274 संपर्क मार्ग अवरुद्ध रहे। हालांकि एक नैशनल हाईवे व 37 मार्ग गुरुवार को दुरुस्त कर दिए गए हैं, क्योंकि सुबह तक 2 नैशनल हाईवे व 311 संपर्क मार्ग बंद चल रहे थे। 9 बिजली ट्रांसफार्मर ठीक किए गए और अब 56 ट्रांसफार्मर ही बंद है, जबकि 48 पेयजल योजनाएं बहाल की गईं और शाम तक 173 पेयजल योजनाएं ही बंद पड़ी है।