Edited By rajesh kumar, Updated: 02 May, 2023 07:17 PM

शिमला नगर निगम के लिए सुबह 8 बजे से शुरू हुई वोटिंग प्रक्रिया शाम 4 बजे संपन्न हो गई। इस दौरान कुल 58.97 प्रतिदान हुआ। मतदान के लिए 34 वार्डों में 149 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे।
हिमाचल डेस्क: शिमला नगर निगम चुनाव के लिए सुबह 8 बजे से शुरू हुई वोटिंग प्रक्रिया शाम 4 बजे संपन्न हो गई। इस दौरान कुल 58.97 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान के लिए 34 वार्डों में 149 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। नगर निगम शिमला के 34 वार्डों में हुई वोटिंग के दौरान 59.29 प्रतिशत पुरुष मतदाता व 58.60 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। वोटर मतदान करने के साथ ही 102 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हाे गया है। नतीजे 4 मई को घोषित किए जाएंगे।
इन पार्टियों के बीच है अहम मुकाबला
कांग्रेस-बीजेपी के अलावा माकपा और आम आदमी पार्टी भी चुनाव लड़ रही हैं। इस बार भी मुकाबला मुख्य विपक्षी दलों की बीच में रहने वाला है। करीब 4 महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में भी मुख्य मुकाबला बीजेपी-कांग्रेस के बीच हुआ था। माकपा और आप ने बेहद निराशा भरा प्रदर्शन किया, इनका एक भी विधायक चुनकर विधानसभा नहीं पहुंच पाया। नगर निगम शिमला चुनाव में जहां आम आदमी पार्टी ने अपने 21 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। वहीं, माकपा सिर्फ चार ही वार्डों में अपने प्रत्याशी दे सकी है।
कांग्रेस ने लगा दिया पूरा दम
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के लिए यह चुनाव किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं है क्योंकि सीएम के नेतृत्व में कांग्रेस यह इलैक्शन लड़ रही है। कसुम्पटी से विधायक अनिरुद्ध सिंह और शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह दोनों ही सुखविंदर कैबिनेट के मंत्री हैं। इसके अलावा शिमला शहरी में हरीश जनारथा भी कांग्रेस के ही विधायक हैं, ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने चुनाव जीतने के लिए अपना पूरा दम लगा दिया है।
बनाए गए थे 153 मतदान दल
नगर निगम शिमला के 34 वार्डो के निर्वाचन के लिए 149 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे । 4 वार्डों लोअर ढली, विकासनगर, कंगनाधर एवं न्यू शिमला के लिए 4 सहायक मतदान केंद्र भी बनाए गए थे। नगर निगम शिमला के सामान्य निर्वाचन के लिए 153 मतदान दल नियुक्त किए गए थे, जिसमें लगभग 1000 मतदान कर्मी व सुरक्षा कर्मी शामिल रहे। 149 मतदान केन्द्रों में से 10 मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील, 40 संवेदनशील तथा 99 मतदान केंद्र सामान्य घोषित किए गए थे।