Edited By Vijay, Updated: 14 Aug, 2025 09:05 PM

बारिश ने एक बार फिर से ऊना में खूब तांडव मचाया। घरों व दुकानों में पानी घुसने से गुस्साए लोगों ने ऊना-अम्ब नैशनल हाईवे को जाम कर दिया। ट्रैक्टर और दूसरे अवरोधक लगाकर ऊना और लालसिंगी के बीच में पैट्रोल पम्प के निकट एक घंटे तक ट्रैफिक को रोके रखा।
ऊना (सुरेन्द्र): बारिश ने एक बार फिर से ऊना में खूब तांडव मचाया। घरों व दुकानों में पानी घुसने से गुस्साए लोगों ने ऊना-अम्ब नैशनल हाईवे को जाम कर दिया। ट्रैक्टर और दूसरे अवरोधक लगाकर ऊना और लालसिंगी के बीच में पैट्रोल पम्प के निकट एक घंटे तक ट्रैफिक को रोके रखा। आक्रोशित लोग सड़क पर लेट गए। इस दौरान दोनों तरफ वाहनों की लम्बी लाइनें लग गईं। लोग इस बात का विरोध कर रहे थे कि बार-बार बाढ़ का पानी उन्हें लाखों रुपए का नुक्सान पहुंचा रहा है, लेकिन प्रशासन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। एक बरसाती नाला जिसे एक व्यक्ति ने अवरुद्ध कर दिया, उसे खुलवाने का प्रयास नहीं हो रहा है। इसका खमियाजा फ्रैंड्स कालोनी सहित ऊना-अम्ब रोड के तमाम व्यवसायी और घरों के बाशिंदे भुगत रहे हैं।

पूर्व विधायक सतपाल रायजादा ने मौके पर पहुंचकर खुलवाया नाला
इसके बाद सूचना मिलने पर सबसे पहले ऊना के पूर्व विधायक व कांग्रेस नेता सतपाल रायजादा पहुंचे। उन्होंने नगर निगम के कमिश्नर महेन्द्र पाल गुर्जर और पुलिस अधिकारियों को मौके पर पहुंचने व पानी निकासी करवाने के निर्देश दिए। सतपाल रायजादा खुद अधिकारियों के साथ जेसीबी मशीन लेकर वार्ड नंबर-1 के उस स्थान पर पहुंचे जहां पर बरसाती नाला अवरुद्ध है। उन्होंने प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में नगर निगम के कर्मियों से इस नाले को खुलवाया। उन्होंने कहा कि किसी एक अवरोधक की वजह से अनेक लोगों को नुक्सान नहीं होना चाहिए। इस दौरान ऊना के कई काऊंसलर भी वहां पर पहुंचे।
प्रशासन के आश्वासन के बाद खाेला जाम
उधर, ऊना-अम्ब रोड पर लगे जाम को खुलवाने और आक्रोशित लोगों की बात सुनने के लिए पुलिस दल के साथ एडीसी महेद्र पाल गुर्जर पहुंचे। आक्रोशित लोगों से बातचीत की। उन्हें आश्वासन दिया और बाद में इस जाम को खुलवाया, जिससे यातायात बहाल हो सका। इस जाम में बसों सहित धर्मशाला, चंडीगढ़ और ऊना से अम्ब की तरफ जाने वाला ट्रैफिक बहाल हो पाया। ट्रैफिक बहाल होने के बाद नगर निगम के कर्मचारी मशीनरी लेकर मौके पर पहुंचे और जिन घरों व दुकानों में पानी गया था, उसे बाहर निकालने का काम शुरू किया।
बारिश से लाखों रुपए का हो चुका है नुक्सान
लगातार दूसरी बार घरों व दुकानों के पानी से लबालब होने के चलते लोग काफी व्यथित थे और रोते हुए उन्होंने पीड़ा भी व्यक्त की। स्थानीय व्यवसायी राजेन्द्र चावला और उसके आसपास के घरों व दुकानों के मालिकों ने कहा कि उनका अब तक लाखों रुपए का नुक्सान हो चुका है। किसी ने उसकी भरपाई नहीं की और न ही उनकी व्यथा को सुना है। राजेन्द्र चावला और रमेश सैनी ने कहा कि तमाम चेतावनियों और आग्रह के बाद उन्हें ट्रैफिक जाम जैसे कदम उठाने पड़े हैं। चावला का कहना है कि उन्हें 22 लाख रुपए से अधिक का नुक्सान हुआ और इसकी जिम्मेदारी नगर निगम की है। क्यों समय से पहले उपाय नहीं किए गए, जबकि वे टैक्स भरते हैं और बाकायदा कायदे-कानूनों का पालन करते हैं।