Edited By Jyoti M, Updated: 14 May, 2025 12:37 PM

आगामी 15 मई को धर्मशाला में 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता और पाकिस्तान के विरुद्ध भारतीय सेना के अदम्य साहस को समर्पित एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जाएगा। 'सिटिजन फॉर नेशनल सिक्योरिटी' के तत्वावधान में आयोजित होने वाली इस महत्वपूर्ण यात्रा में...
हिमाचल डेस्क। आगामी 15 मई को धर्मशाला में 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता और पाकिस्तान के विरुद्ध भारतीय सेना के अदम्य साहस को समर्पित एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जाएगा। 'सिटिजन फॉर नेशनल सिक्योरिटी' के तत्वावधान में आयोजित होने वाली इस महत्वपूर्ण यात्रा में समाज के सभी वर्गों के लोगों, विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ), भूतपूर्व सैनिकों और युवाओं की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
इस तिरंगा यात्रा की रूपरेखा और व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को धर्मशाला में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में सुलह क्षेत्र के विधायक विपिन परमार, कांगड़ा के पवन काजल, नूरपुर के रणवीर सिंह निक्का, नगरोटा बगवां के पूर्व विधायक अरुण कूका, भाजपा जिला अध्यक्ष सचिन शर्मा, प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी अधिवक्ता विश्व चक्षु और मंडल अध्यक्ष अजीत राणा समेत कई प्रमुख नेता उपस्थित थे।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यह तिरंगा यात्रा 15 मई को धर्मशाला के कोतवाली पेट्रोल पंप से आरंभ होकर कचहरी अड्डा तक जाएगी। इस गौरवमयी यात्रा में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर तथा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराएंगे, जिससे यात्रा का महत्व और भी बढ़ जाएगा।
बैठक को संबोधित करते हुए विधायक विपिन परमार ने इस तिरंगा यात्रा के मुख्य उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का प्राथमिक लक्ष्य आम नागरिकों को भारतीय सेना के अद्वितीय शौर्य और पराक्रम से अवगत कराना है। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि इस साहसिक अभियान के माध्यम से भारत ने संकट में फंसे अपने नागरिकों को सफलतापूर्वक सुरक्षित निकाला और राष्ट्रीय स्वाभिमान को एक नई ऊँचाई प्रदान की।
विपिन परमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनके दृढ़ संकल्प के परिणामस्वरूप ही भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकवादी ठिकानों को सफलतापूर्वक नष्ट किया। इस कार्रवाई ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि भारतीय सेना अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए किसी भी सीमा को लांघने में सक्षम है। इस तिरंगा यात्रा के माध्यम से न केवल भारतीय सेना के शौर्य को नमन किया जाएगा, बल्कि देश की एकता और अखंडता का भी संदेश दिया जाएगा।