Edited By Rahul Singh, Updated: 06 Aug, 2024 03:03 PM
ठाकुर जगदेव चंद मैमोरियल कॉलेज सुजानपुर में बीते करीब 2 वर्षों से जीव विज्ञान विषय के शिक्षक का पद खाली पड़ा है। इससे विद्यार्थियों को जीव विज्ञान विषय की पढ़ाई करने में दिक्कत आ रही है। बीते 2 वर्षों से इस विषय की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के...
सुजानपुर: ठाकुर जगदेव चंद मैमोरियल कॉलेज सुजानपुर में बीते करीब 2 वर्षों से जीव विज्ञान विषय के शिक्षक का पद खाली पड़ा है। इससे विद्यार्थियों को जीव विज्ञान विषय की पढ़ाई करने में दिक्कत आ रही है। बीते 2 वर्षों से इस विषय की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए महाविद्यालय नादौन से सप्ताह के 3 दिन प्रोफैसर सुजानपुर महाविद्यालय में विद्यार्थियों के पीरियड लेने आते हैं। इस वर्ष से महाविद्यालय सुजानपुर में जिन विद्यार्थियों ने मैडीकल स्ट्रीम ली है, जीव विज्ञान विषय का अभी तक उनका एक भी पीरियड नहीं लगा है।
बता दें कि महाविद्यालय सुजानपुर में प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष में करीब 30 विद्यार्थियों ने जीव विज्ञान विषय लिया है। नादौन महाविद्यालय से जीव विज्ञान के जो प्रोफैसर सुजानपुर महाविद्यालय में बीते दो वर्षों से डैपुटेशन पर सप्ताह के तीन दिन मैडीकल स्ट्रीम के विद्यार्थियों को जीव विज्ञान विषय के पीरियड लेने के लिए आते थे, उन्होंने अभी तक जीव विज्ञान विषय का एक भी पीरियड नहीं लिया है। उधर जब इस बारे महाविद्यालय सुजानपुर के प्राचार्य अजायब सिंह बनियाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बीते दो वर्षों से नादौन महाविद्यालय से जीव विज्ञान के शिक्षक की महाविद्यालय सुजानपुर में डैपुटेशन पर नियुक्ति हुई थी।
जीव विज्ञान के प्रोफैसर सप्ताह के तीन दिन मैडीकल स्ट्रीम के बच्चों को जीव विज्ञान विषय पढ़ाते थे। उनका डैपुटेशन समाप्त हो गया है। महाविद्यालय सुजानपुर के प्राचार्य ने बताया कि महाविद्यालय सुजानपुर में जीव विज्ञान विषय की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए जीव विज्ञान शिक्षक की नियुक्ति के लिए शिक्षा विभाग के डायरैक्टर को पत्र द्वारा जानकारी दी है।
पीरियड न लगने से विद्यार्थी परेशान
महाविद्यालय सुजानपुर में मैडीकल स्ट्रीम के विद्यार्थियों का जीव विज्ञान विषय का पीरियड न लगने से जहां विद्यार्थी परेशान है तो वहीं अभिभावक इस बात को सोचने के लिए मजबूर है कि इससे बेहतर तो उन्होंने अपने बच्चों को नॉन मैडीकल स्ट्रीम में दाखिला करवाया होता, तो शायद आज यह नौबत न आती, क्योंकि बीते दो वर्षों से जीव विज्ञान विषय की पढ़ाई डैपुटेशन पर तैनात प्रोफैसर द्वारा सप्ताह के तीन दिन करवाई जा रही है।
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डैपुटेशन पर तैनात जीव विज्ञान के प्रोफैसर सप्ताह के तीन दिनों में महीने में कभी कभार अपने निजी कार्य या फिर सरकारी कार्य के लिए छुट्टी करते हैं, तो फिर छुट्टी वाले दिन जीव विज्ञान विषय में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों का पीरियड नहीं लगता है।