अनूठी पहल: अब छात्रों की प्रतिभा में फीस और कॉपियां नहीं बनेगी रोड़ा

Edited By kirti, Updated: 21 Jan, 2020 10:52 AM

the fees and copies will not become a snag

वाक्य हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला का है। यहां सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में परीक्षा पर चर्चा से फिगल चंद इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने कार्यक्रम के तुरंत बाद घोषणा कर दी कि वे 9वीं और 10वीं कक्षा के छात्रों की फीस अपनी जेब से...

कुल्लू (दिलीप): वाक्य हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला का है। यहां सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में परीक्षा पर चर्चा से फिगल चंद इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने कार्यक्रम के तुरंत बाद घोषणा कर दी कि वे 9वीं और 10वीं कक्षा के छात्रों की फीस अपनी जेब से देंगे। यही नहीं छठी से लेकर 8वीं तक के छात्रों को कापियां इत्यादि भी फ्री देंगे। अध्यापक राजकीय उच्च विद्यालय भूमतीर में विज्ञान के हैं। अध्यापक के इस निर्णय की हर कोई प्रशंसा कर रहा है। सोमवार को स्कूल में मोदी के कार्यक्रम में स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे। अध्यापक पी.टी.ए. ग्रांट इन एड के तहत स्कूल में कार्यरत हैं। वर्ष 2006 से भूमतीर स्कूल में अध्यापन के पेशे से जुडऩे वाले फिगल चंद भूमतीर गांव के ही रहने वाले हैं। इनका कहना है कि आर्थिक तंगहाली से प्रतिभा का गला नहीं घोंटा जाना चाहिए। उन्होंने स्वयं भी अपनी पढ़ाई के दौरान आर्थिक तंगी का सामना किया है। उनके स्कूल के बच्चे इसकी गिरफ्त में नहीं आने चाहिएं।

उनकी घोषणा की खास बात यह है कि वे सेवानिवृत्त होने तक स्कूल के बच्चों की फीस भरते रहेंगे और कापियां देने का सिलसिला भी यूं ही चलता रहेगा। यदि अध्यापन की इस अवधि के बीच में उनका तबादला किसी अन्य स्कूल में भी होता है तो फिर भी वे स्कूल के लिए फीस के पैसे भेजते रहेंगे। यदि कोई बच्चा अध्ययन में कमजोर है तो उसे स्कूल में ओवरटाइम के साथ-साथ घर में नि:शुल्क पढ़ाएंगे। फिगल चंद अपना सब कुछ स्कूली बच्चों पर खर्च करना चाहते हैं। ताकि भूमतीर स्कूल के बच्चों के पैरों को निर्धनता की बेडिय़ां न जकड़ें। हिमाचल प्रदेश में इस तरह की अनूठी पहल को शिक्षा के लिए शुभ माना जा रहा है। खासकर उन छात्रों के लिए जो आॢथक अभाव में आगे नहीं पढ़ पाते। उनकी सोच से प्रेरित होकर अन्य अध्यापक भी इस मुहिम के साथ जुड़ सकते हैं।

स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह का कहना है कि उन्हें गर्व है कि वे एक ऐसे स्कूल से जुड़े हैं, जहां के अध्यापकों में समाज सेवा की भावना भरी है। फिगल चंद के इस निर्णय से छात्रों का भला होगा। विशेष तौर पर जो पैसों के अभाव में पढ़ नहीं पाते थे। स्कूल के लिए इनकी इस पहल को वर्षों तक याद रखा जाएगा। स्कूल की मुख्य अध्यापिका तेजिंद्र शर्मा का कहना है कि फिगल चंद पढ़ाने के साथ-साथ समाजसेवा की भावना से भी ओत-प्रोत हैं। छात्रों की आर्थिक सहायता करने के लिए यह हमेशा तैयार रहते हैं। इनकी घोषणा से छात्र एवं अभिभावक गद्गद्हैं । छात्रों के लिए इस अनूठी पहल से भविष्य के लिए कई और तोरणद्वार खुल सकते हैं।

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!