Edited By Kuldeep, Updated: 11 Aug, 2024 08:51 PM
औद्योगिक क्षेत्र बाथू बाथड़ी के कई उद्योगों को हुम्म खड्ड में आए तेज बहाव से करोड़ों रुपए का नुक्सान हुआ है। गोंदपुर, सिंगा से बाथू बाथड़ी को आने वाली हुम्म खड्ड का बहाव इतना तेज था कि बाथड़ी के प्रीतिका उद्योग और वर्द्धमान उद्योग को तहस-नहस करते हुए...
टाहलीवाल (गौतम): औद्योगिक क्षेत्र बाथू बाथड़ी के कई उद्योगों को हुम्म खड्ड में आए तेज बहाव से करोड़ों रुपए का नुक्सान हुआ है। गोंदपुर, सिंगा से बाथू बाथड़ी को आने वाली हुम्म खड्ड का बहाव इतना तेज था कि बाथड़ी के प्रीतिका उद्योग और वर्द्धमान उद्योग को तहस-नहस करते हुए पवन ठाकुर निवासी बाथू के पैट्रोल पंप को भी अपने साथ बहा ले गया। बाथू बाथड़ी में 50 के करीब दुकानों, 15 के करीब घरों में पानी घुस गया और सैंकड़ों झुग्गी-झोंपड़ियों को अपने साथ बहा ले गया।
सैंकड़ों दोपहिया वाहन पानी के तेज बहाव में बह गए। बाथू बाथड़ी में कई उद्योगों की दीवारें टूटने से पानी उद्योगों के अंदर चला गया। सबसे अधिक नुक्सान प्रीतिका उद्योग का बताया जा रहा है। प्रीतिका उद्योग के साथ बने एक आवासीय भवन में रह रहे प्रवासी बच्चों के शव हुम्म खड्ड के तेज बहाव से उद्योग के अंदर पहुंच गए, जिस पर पानी को मोटर पंप से निकाल कर शवों को बाहर निकाला गया। तीसरे बच्चे का शव इस्कान उद्योग के पास से बरामद किया गया है। तीनों शव प्रवासी बच्चों के बताए जा रहे हैं। सड़क व उद्योगों के अंदर व आसपास खड़ी बाइकें, कारें व ट्रक पानी के तेज बहाव में आने से क्षतिग्रस्त हो गए।
डीसी ऊना जतिन लाल, एएसपी सुरिन्दर शर्मा, डीएसपी हरोली मोहन रावत, एक्सियन लोक निर्माण विभाग हरोली बलदेव कुमार, अध्यक्ष हरोली ब्लॉक इंडस्ट्री एसोसिएशन राकेश कौशल, अध्यक्ष सुरेश शर्मा द्वारा बाथू बाथड़ी में हुए नुक्सान का निरीक्षण किया गया। डीसी ने संबंधित विभागों को यातायात बहाल करने, विद्युत व्यवस्था सुचारू करने और पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं। मृतक बच्चों के परिवारों को फौरी राहत देने के आदेश दिए गए हैं।
हरोली ब्लॉक इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कौशल ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र बाथू बाथड़ी के उद्योगों को नुक्सान पहुंचने का मुख्य कारण हुम्म खड्ड में की जा रही अवैध माइनिंग है। उसी के चलते हुम्म खड्ड ने अपना रौद्र रूप दिखाया है। अवैध खनन माफिया द्वारा हुम्म खड्ड के पानी का बहाव बडे़-बडे़ ढेर लगाकर उद्योगों की तरफ मोड़ा गया ,है जिसके चलते उद्योगों की दीवारें टूटने से उद्योगों के अंदर पड़ा करोड़ों की लागत का सामान, पुर्जे, मशीनरी व राॅ मैटीरियल बह गया है।
राकेश कौशल ने उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से हुम्म खड्ड में अवैध माइनिंग बंद करने और उद्योगों की सुरक्षा के लिए हुम्म खड्ड का चैनेलाइजेशन करने की मांग की है। इस दौरान जिला परिषद सदस्य कमल सैनी, अध्यक्ष सुरेश शर्मा, पंचायत प्रधान बाथू सुरेखा राणा और पंचायत प्रधान बाथड़ी अनुपम राणा सहित विभिन्न उद्योगों के उद्योगपति मौजूद रहे।
मृतकों की पहचान
मृतकों की पहचान राशि (6) व निशा (18) दोनों पुत्रियां राजेश पासवान निवासी बिहार और तनु (4) पुत्री संजय निवासी बिहार के रूप में हुई है। ये सभी वर्तमान में प्रीतिका उद्योग के साथ एक आवासीय भवन में रह रहे थे। हुम्म खड्ड के तेज बहाव का पानी आवासीय भवन के खिड़की व दरवाजों से भवन में घुस गया, जिसके चलते प्रवासी बच्चे पानी की चपेट में आ गए। प्रीतिका उद्योग के प्रबंधक योगेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने जब अचानक उद्योग की दीवार टूटती दिखी तो वह फोन पर अन्य पदाधिकारियों को सूचना दे रहे थे और वे पानी के बहाव में फंस गए। एक प्रवासी कामगार ने उनका हाथ पकड़कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। अन्य कामगारों व स्टाफ ने उद्योग की छत पर जाकर अपने आपको सुरक्षित किया। उन्होंने बताया कि एक घंटा पानी ने अपना रौद्र रूप दिखाते हुए उद्योग को तहस-नहस कर दिया।