Edited By Kuldeep, Updated: 29 Jun, 2025 06:06 PM

मानसून की पहली भारी बारिश ने कालका-शिमला रेलमार्ग पर ट्रेनों की रफ्तार रोक दी। करीब 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेल लाइन को बहाल किया गया।
सोलन (ब्यूरो): मानसून की पहली भारी बारिश ने कालका-शिमला रेलमार्ग पर ट्रेनों की रफ्तार रोक दी। करीब 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेल लाइन को बहाल किया गया। इसके बाद ट्रेनें शिमला की ओर भेजी गईं। ट्रेनें रुकने के कारण इसमें यात्रा कर रहे यात्रियों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शनिवार रात्रि से हो रही बारिश के कारण विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल मार्ग पर कोटी रेलवे स्टेशन के समीप सुबह करीब 4 बजे पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा व पत्थर आ गए। इसके चलते कालका से शिमला आ रही पहली ट्रेन को कोटी स्टेशन पर रोक लिया गया। यह ट्रेन साढ़े 3 बजे कालका से शिमला की ओर निकली थी। इसके बाद करीब 4:50 बजे कोटी पहुंची, लेकिन मलबा आने से ट्रेन को आगे नहीं भेजा गया, जबकि इस ट्रेन से पीछे आने वाली गाड़ी को गुम्मा में रोक लिया गया।
सुबह साढ़े 4 बजे रेलवे बोर्ड की टीम रेलमार्ग सुचारू करने में जुटी गई। कर्मचारियों को लगातार हो रही बारिश के चलते मलबा हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। कर्मचारी जितना मलबा हटाते, तब तक और मलबा ट्रैक पर आ रहा था। इसके बाद जेेसीबी की मदद से भी ट्रैक को सुचारु करने में कार्य किया। इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी पेड़ व पत्थर ट्रैक पर गिरे थे। करीब 10 बजे ट्रैक को सुचारू किया गया और इसके बाद ट्रेनें शिमला की ओर भेजी गई।
ट्रैक पर मलबा आने से 2 ट्रेनें हुईं लेट
कालका से शिमला जाने वाली ट्रेन नंबर 52457 को कोटी रेलवे स्टेशन पर रोका गया था। इसके बाद आने वाली ट्रेन नंबर 52452 को गुम्मा रेलवे स्टेशन पर रोकना पड़ा। ट्रैक सुचारु होने पर ये ट्रेनें करीब साढ़े 10 बजे कोटी से निकली। रेल मार्ग पर यातायात प्रभावित होने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कई घंटे तक बारिश के बीच यात्री ट्रेनों के चलने का इंतजार करते रहे।