Edited By Vijay, Updated: 29 Dec, 2023 09:42 PM
सोलन पुलिस ने एक और चिट्टा तस्कर गिरोह का पर्दाफाश किया है। मामले में हरियाणा के एक चिट्टा तस्कर को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह के सदस्यों के बैंक खातों की जांच करने पर खुलासा हुआ है कि इसमें पिछले कुछ वर्षों में साढ़े 4 करोड़...
सोलन (अमित): सोलन पुलिस ने एक और चिट्टा तस्कर गिरोह का पर्दाफाश किया है। मामले में हरियाणा के एक चिट्टा तस्कर को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह के सदस्यों के बैंक खातों की जांच करने पर खुलासा हुआ है कि इसमें पिछले कुछ वर्षों में साढ़े 4 करोड़ रुपए से ज्यादा का लेनदेन हुआ है। एसपी गौरव सिंह ने बताया कि 7 दिसम्बर को जिला की स्पैशल टीम ने 2 आरोपियों को चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था, जिनकी पहचान निरमंड निवासी सुनील कुमार व संदीप ठाकुर उर्फ बन्नी के तौर पर हुई थी। इस संबंध में थाना सदर सोलन में मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर जांच की गई। इसमें एक बड़े नैटवर्क का खुलासा हुआ, जिस पर इस मामले में एसआईटी गठित करके जांच की गई।
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी संदीप पिछले 4 वर्षों से चिट्टा तस्करी में संलिप्त है। पूछताछ और अकाऊंट डिटेल्स से पता चला कि पिछले कुछ वर्षों में ही यह 3 किलो से ज्यादा चिट्टे की तस्करी रामपुर व कुल्लू आदि एरिया में कर चुका है और 60 लाख रुपए से ज्यादा का व्यापार कर चुका है। यह एक अन्य आरोपी संजय ठाकुर के साथ मिलकर तस्करों से पैसों का लेनदेन करके चिट्टे की खरीद-फरोख्त करता है। इस पर आरोपी संजय को भी गिरफ्तार किया गया है। इसके बैंक अकाऊंट से पिछले एक महीने में ही बाहरी राज्य के तस्करों के नैटवर्क को 2.5 लाख से ज्यादा रुपए देकर 4 बार चिट्टे की खेप खरीदी गई, जो 150 ग्राम से भी ज्यादा है। इसके अलावा नकद भुगतान करके भी चिट्टे की खरीद-फरोख्त की गई है। इन आरोपियों द्वारा मुख्यतया इस नैटवर्क के फाइनांशियल मैनेजर आरोपी जितेंद्र कुमार (46) निवासी जिला कैथल हरियाणा और विक्रम भौरिया के साथ लाखों रुपए का लेनदेन किया गया है। विक्रम ने पिछले सिर्फ 3 महीनों में ही 32 लाख रुपए से ज्यादा की बैंक ट्रांजैक्शंस करके चिट्टा तस्करी को अंजाम दिया है।
इसके बाद एसआईटी ने आरोपी जितेंद्र को चीका हरियाणा और आरोपी विक्रम को कैथल हरियाणा से गिरफ्तार किया है। इन दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेने के बाद इस नैटवर्क के मुख्य सरगना आरोपी प्रदीप नरवाल निवासी जिला कैथल, हरियाणा के बार में खुलासा हुआ जोकि हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और दिल्ली का एक बहुत बड़ा नशा तस्कर बताया गया और जांच में खुलासा हुआ कि यह पिछले 7 वर्षों से नशा तस्करी कर रहा है। जितेंद्र और विक्रम की गिरफ्तारी के बाद से ही यह अंडरग्राऊंड हो गया था और विदेश भागने के लिए इसने फ्रॉड तरीके से 3 जगहों से पासपोर्ट बनवाने की कोशिश भी की। इसे गिरफ्तार करने के लिए एसआईटी ने हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कई इलाकों में दबिश दी और गहन व तकनीकी जांच के आधार पर इसे उत्तर प्रदेश के शामली जिला में लॉकेट किया गया और शामली जिला पुलिस के साथ एसआईटी ने ज्वाइंट ऑप्रेशन करके इसे भी पिछले कल गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को सोलन लाकर अदालत में पेश किया गया और इसे 5 दिन के रिमांड पर लिया गया है।
जांच में खुलासा हुआ कि इन्होंने इस वर्ष में ही सिर्फ 4 बैंक खातों के माध्यम से ही नशा तस्करी करके 4.5 करोड़ से ज्यादा की राशि अर्जित की है। इसके बैंक अकाऊंट्स में लाखों रुपए की बड़ी-बड़ी ट्रांजैक्शंस हैं। आरोपी प्रदीप आपराधिक प्रवृत्ति का है और इसके खिलाफ 5 मुकद्दमे पंजीकृत हैं, जिनमें चिट्टा तस्करी के मुकद्दमे में मोहाली में 120 ग्राम चिट्टा व कैथल में 70 ग्राम चिट्टा के और चोरी का एक केस हरियाणा में पंजीकृत है। जांच में खुलासा हुआ कि नैटवर्क में संलिप्त सभी आरोपी शातिर हैं और वे व्हाट्सएप चैट्स, वॉइस कॉल्स और बेनामी बैंक अकाऊंट्स आदि का ही इस्तेमाल करते हैं।
इस मामले में आरोपियों की 5 गाड़ियां संलिप्त हैं, जिनमें आई 20 और बोलेरो जब्त की गई हैं। आरोपियों से 9 मोबाइल फोन व डोंगल आदि जब्त किए गए हैं। इनके करीब 10 बैंक अकाऊंट्स को फ्रीज किया गया है और 3 लाख रुपए से ज्यादा की राशि भी जब्त कर ली गई है। इस नैटवर्क में संलिप्त आरोपियों से जुड़े हिमाचल प्रदेश के युवाओं के कनैक्शंस को स्टडी किया गया, जिसमें पाया गया कि ये आरोपी हजारों हिमाचली युवाओं को चिट्टा बेचते हैं। सिर्फ आरोपी प्रदीप के कनैक्शन में 150 से ज्यादा हिमाचली युवाओं को आइडैंटिफाई किया जा चुका है। मामले की जांच अभी चल रही है।
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