IIT मंडी ने युवा इनोवेटर्स में 53 प्रोजैक्टों का किया प्रदर्शन

Edited By Kuldeep, Updated: 15 May, 2024 11:15 PM

mandi iit innovators project performance

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी ने हाल ही में अपने डिजाइन प्रैक्टिकम पाठयक्रम के अंतर्गत द्वितीय वर्ष के बी.टैक. छात्रों द्वारा विकसित प्रोटोटाइप और मॉडल को प्रदर्शित करने के लिए एक ओपन हाऊस की मेजबानी की।

मंडी (रजनीश): भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी ने हाल ही में अपने डिजाइन प्रैक्टिकम पाठयक्रम के अंतर्गत द्वितीय वर्ष के बी.टैक. छात्रों द्वारा विकसित प्रोटोटाइप और मॉडल को प्रदर्शित करने के लिए एक ओपन हाऊस की मेजबानी की। इस आयोजन का उद्देश्य युवा इनोवेटर्स को अपनी परियोजनाओं और उद्यमशीलता की क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करना था। आई.आई.टी. मंडी में डिजाइन प्रैक्टिकम पाठयक्रम छात्रों को वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करके उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया है। इस पाठयक्रम में छात्र, प्रशिक्षक सलाहकारों के मार्गदर्शन में वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने वाले प्रोटोटाइप और मॉडल विकसित करते हैं। इस वर्ष छात्रों ने विभिन्न विषयों पर समस्या कथनों का समाधान किया।

वहीं समस्या समाधान के लिए एक विविध और बहु-विषयक दृष्टिकोण सुनिश्चित करते हुए परियोजनाओं को विभिन्न इंजीनियरिंग विषयों के छात्रों वाली टीमों द्वारा सहयोगात्मक रूप से बनाया गया था। उनके संबंधित डोमेन में विशेषज्ञता वाले संकाय सलाहकारों द्वारा प्रदान किए गए मार्गदर्शन और विशेषज्ञता के साथ प्रोटोटाइप के निर्माण के लिए प्रत्येक समूह को 30,000 रुपए की धनराशि प्रदान की गई थी। नतीजतन कुल 53 प्रोजैक्टों को प्रमुख अधिकारियों के सामने प्रदर्शित किया गया। जिनमें वायु सेना अधिकारी, चिकित्सा उपकरण निर्माण उद्योग से औद्योगिक विशेषज्ञ, ऑटोमोटिव उद्योग से औद्योगिक विशेषज्ञ, एम्स बिलासपुर के चिकित्सक, स्टार्ट-अप इन्क्यूबेटरों फंडिंग एजैंसियों के विशेषज्ञ शामिल हैं। प्रदर्शित प्रोजैक्टों में से शीर्ष 3 को आईआईटी मंडी कैटलिस्ट द्वारा 2.5 लाख रुपए प्रत्येक को अनुदान दिया गया।

डीप लर्निंग आधारित 3डी कैमरा
प्रदर्शित प्रोजैक्टों में पहले स्थान पर डीप लर्निंग आधारित 3डी कैमरा, यह एक हैंडहैल्ड कैमरा है जो 0.1 मि.मी. की सटीकता के साथ वस्तुओं का 3डी स्कैन कर सकता है। इसकी लागत वर्तमान में उपलब्ध 3 स्कैनर से लगभग 10 गुना कम है। साथ ही यह व्यावहारिक अनुप्रयोग रिवर्स इंजीनियरिंग में निहित होने के साथ अत्यधिक पोर्टेबल है, जो कॉम्पैक्ट स्थानों में रखी वस्तुओं को स्कैन करने की अनुमति देता है।

एयरक्राफ्ट लेजर हार्मोनाइजेशन लक्ष्य मापांकन की सटीकता को बढ़ाएगी
एयरक्राफ्ट लेजर हार्मोनाइजेशन यह विमान के लक्ष्य देखने वाली विंडो को कैलिब्रेट करने के लिए एक लेजर आधारित तकनीक है। तकनीक लक्ष्य बिंदुओं को कैलिब्रेट करने के लिए लेजर मार्गदर्शन और छवि विजुअलाइजेशन का एक साथ उपयोग करके काम करती है। यह विधि मैन्युअल मापांकन की वर्तमान प्रथा की तुलना में बहुत समय बचाती है। इसके अलावा लेजर मार्गदर्शन प्रणाली लक्ष्य मापांकन की सटीकता को बढ़ाती है।

विमान के लिए ग्राऊंड इन्हीबिशन रिग
ग्राऊंड इन्हीबिशन रिग गीले क्रैंकिंग विमान इंजन के लिए छोटे पैमाने का उपकरण है। यह उपकरण अत्यधिक पोर्टेबल है और विमान की गीली क्रैंकिंग आवश्यकता के आधार पर एक विशिष्ट टॉर्क और आरपीएम स्थापित करने की अनुमति देता है। इस वजह से एक ही उपकरण का उपयोग कई विमानों के गीले क्रैंकिंग इंजन के लिए किया जा सकता है।

चैयरपर्सन स्कूल ऑफ मैकेनिकल एंड मैटेरियल्स इंजीनियरिंग आईआईटी मंडी डा. अतुल धर ने कहा कि डिजाइन प्रैक्टिकम संस्कृति, इंजीनियरिंग और अर्थशास्त्र को उद्यमिता की ओर ले जाने वाला कदम है। यह भविष्य के उद्यमियों को विकसित करने के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। निश्चित रूप से इस वर्ष के डिजाइन प्रैक्टिकम में 30 पेटेंट फाइलें युवा अन्वेषकों को उत्कृष्ट उद्यमशीलता के अवसरों काे प्रदान करेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दिशा-निर्देशों के अनुरूप आईआईटी का पाठयक्रम रणनीतिक रूप से छात्रों को उद्यमियों के रूप में सशक्त बनाने के लिए डिजाइन किया गया है।

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