Edited By Kuldeep, Updated: 23 Apr, 2025 09:06 PM

प्रदेश के उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी, मध्य व मैदानी इलाकों में बारिश का दौर थमने के बाद अब अधिकतम तापमान बढ़ने लगा है। खासतौर पर मैदानी इलाके अब तपने लगे हैं।
शिमला (संतोष): प्रदेश के उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी, मध्य व मैदानी इलाकों में बारिश का दौर थमने के बाद अब अधिकतम तापमान बढ़ने लगा है। खासतौर पर मैदानी इलाके अब तपने लगे हैं। बुधवार को ऊना में अधिकतम तापमान 39 डिग्री रिकार्ड किया गया है, जो कि इस वर्ष का सबसे अधिक तापमान रहा है। हालांकि राजधानी शिमला में अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री रहा, लेकिन इसमें मानइस 0.1 डिग्री की गिरावट आई है। राज्य के सुंदरनगर, धर्मशाला, ऊना, सोलन, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, चम्बा, धौलाकुआं, बरठीं व बजौरा में अधिकतम तापमान 30 डिग्री पार चला हुआ है।
हालांकि मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है, लेकिन इसका इतना अधिक असर नहीं रहेगा, जैसा पहले रहा है। राज्य में इस सप्ताह मौसम साफ व शुष्क रहेगा, लेकिन 24 से 27 अप्रैल के बीच ऊंचे व इसके साथ लगते मध्य इलाकों में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है और इसे लेकर किसी भी प्रकार का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी दिनों में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में इजाफा होगा।
उधर, मौसम विभाग की मानें तो पिछले 54 दिनों में राज्य में सामान्य से 30 फीसदी कम वर्षा हुई है। 1 मार्च से 23 अप्रैल तक की अवधि में 162.9 मिलीमीटर सामान्य वर्षा होती है, लेकिन 113.4 मिलीमीटर वर्षा ही हो सकी है। इसमें शिमला सहित उच्च पर्वतीय व मैदानी इलाकों में सामान्य से कम वर्षा दर्ज की गई है। ऊना में 45 फीसदी कम वर्षा हुई है, जबकि लाहौल-स्पीति में 45 फीसदी व शिमला में 5 प्रतिशत कम मेघ बरसे हैं।