Edited By Kuldeep, Updated: 06 Nov, 2024 09:32 PM
वोकेशनल शिक्षकों का धरना बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान शिक्षकों ने कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की और विरोधस्वरूप शिक्षकों ने लोगों के जूते पॉलिश व राहगीरों से चंदा इकट्ठा किया।
शिमला (ब्यूरो): वोकेशनल शिक्षकों का धरना बुधवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान शिक्षकों ने कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की और विरोधस्वरूप शिक्षकों ने लोगों के जूते पॉलिश व राहगीरों से चंदा इकट्ठा किया। इसके साथ ही शिक्षकों ने चौड़ा मैदान में गाड़ियां भी साफ की और चौक पर स्थित संविधान निर्माता डा. भीमराव अंबेदकर की प्रतिमा व इसके आसपास भी सफाई की। शिक्षक स्थायी नीति की मांग को लेकर शिमला में प्रदर्शन कर रहे हैं। ये टीचर्स सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को बाहर करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा हिमाचल के वोकेशनल शिक्षक हरियाणा व उसी तरह के अन्य राज्यों की तर्ज पर उन्हें शिक्षा विभाग के अधीन लाने की मांग भी कर रहे हैं। अभी इनकी सेवाएं कंपनियों के माध्यम से ली जा रही हैं। शिक्षकों का आरोप है कि कंपनियां मोटी रकम कमीशन के तौर पर लेती हैं। हालांकि बुधवार शाम को वोकेशनल शिक्षक शिक्षा मंत्री से मिलने सचिवालय गए, लेकिन वहां उनकी शिक्षा मंत्री से मुलाकात नहीं हो पाई।
मुख्यमंत्री से मिला प्रदेश वोकेशनल स्टेट को-ऑर्डीनेटर का प्रतिनिधिमंडल
हिमाचल प्रदेश वोकेशनल स्टेट को-ऑर्डीनेटर का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिला। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए उन्हें 51 हजार का चैक भेंट किया। साथ ही प्रतिनिधिमंडल ने उनके वेतन में बढ़ौतरी के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद भी किया। इसके बाद प्रदेश वोकेशनल स्टेट को-ऑर्डीनेटर का प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर व शिक्षा सचिव राकेश कंवर से भी मिला।