Edited By Kuldeep, Updated: 02 Jul, 2025 10:05 PM

हिमाचल प्रदेश के करीब 70 हजार लोगों को सिविल डिफैंस का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह राज्य की कुल आबादी का एक फीसदी है।
शिमला (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश के करीब 70 हजार लोगों को सिविल डिफैंस का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह राज्य की कुल आबादी का एक फीसदी है। केंद्र सरकार ने समूचे हिमाचल को सिविल डिफैंस टाऊन घोषित किया है। सिविल डिफैंस एक्ट के तहत हिमाचल को सिविल डिफैंस टाऊन घोषित किया गया है। इसके तहत एक फीसदी आबादी को सिविल डिफैंस वालंटियर्स का प्रशिक्षण मिलेगा। प्रशिक्षित सिविल डिफैंस वालंटियर्स साल दर साल आपदाओं से जूझ रहे हिमाचल में मददगार साबित होंगे। सनद रहे कि प्रदेश की आबादी करीब 70 लाख है।
इसमें से एक फीसदी को सिविल डिफैंस का प्रशिक्षण दिया जाएगा, साथ ही फिलवक्त प्रदेश का सिर्फ शिमला शहर की सिविल डिफैंस एक्ट के दायरे में शामिल है। राजस्व विभाग के विशेष सचिव एवं निदेशक आपदा प्रबंधन डीसी राणा ने समूचे हिमाचल को सिविल डिफैंस में शामिल करने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सिविल डिफैंस वालंटियर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा।
हिमाचल साल दर साल प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहा है। राहत व बचाव कार्यों को फौरी तौर पर शुरू करने के मकसद से राजस्व विभाग ने प्रदेश की 3600 से अधिक पंचायतों में 28 हजार वालंटियर्स को प्रशिक्षित किया है। इनका कार्य सर्च एंड रैस्क्यू का है। इन्हें 3-3 दिन का प्रशिक्षण दिया गया है। इसके अलावा केंद्र सरकार ने 1500 आपदा मित्रों को भी हिमाचल में तैनात किया है। आपदा मित्रों को 15-15 दिनों का प्रशिक्षण दिया गया है। सरकार 5 हजार युवा आपदा मित्रों को भी तैनात कर रही है। इन्हें एक सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाएगा।