Weather Updated: मानसून के कमजोर पड़ने से सामान्य से कम बरसे मेघ, 30 जुलाई तक बारिश का यैलो अलर्ट

Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 24 Jul, 2024 09:17 PM

shimla rain yellow alert

3 जिलों शिमला, सिरमौर और कांगड़ा में बाढ़ आने के जारी किए गए अलर्ट के बावजूद बुधवार को सिर्फ हमीरपुर, कुफरी व मशोबरा में ही वर्षा हुई है, जबकि अन्य इलाके सूखे रहे। हालांकि पिछले 24 घंटों में कांगड़ा जिले के कुछ हिस्सों में खूब वर्षा हुई है।

शिमला (संतोष): 3 जिलों शिमला, सिरमौर और कांगड़ा में बाढ़ आने के जारी किए गए अलर्ट के बावजूद बुधवार को सिर्फ हमीरपुर, कुफरी व मशोबरा में ही वर्षा हुई है, जबकि अन्य इलाके सूखे रहे। हालांकि पिछले 24 घंटों में कांगड़ा जिले के कुछ हिस्सों में खूब वर्षा हुई है। हमीरपुर में 8, कुफरी व मशोबरा में 0.5-0.5 मिलीमीटर ही वर्षा हुई है, जबकि पिछले 24 घंटों में बैजनाथ में 9, बलद्वाड़ा में 5, पालमपुर में 3, जोगिंद्रनगर में 2, धर्मशाला में 1 व पांवटा साहिब में 1 सैंटीमीटर वर्षा हुई है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आगामी 30 जुलाई तक कहीं-कहीं भारी बारिश का यैलो अलर्ट जारी किया गया है। आज मानसून के कमजोर रहने, जबकि 26 से 30 जुलाई तक मानसून के ज्यादा सक्रिय होने की संभावनाएं हैं। मानसून के कमजोर रहने के कारण अब तक के मानसून सीजन के दौरान अब तक सामान्य से 38 फीसदी कम बारिश हुई है। प्रदेश में एक भी जिला ऐसा नहीं है, जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। प्रदेश में 1 जून से 23 जुलाई तक 285.2 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 175.6 मिलीमीटर ही बादल बरसे हैं। मौसम विभाग की बार-बार चेतावनी के बावजूद अच्छी बारिश नहीं हो रही है।

कई क्षेत्रों में सूखे जैसे हालात बने हुए हैं। इसका सबसे ज्यादा असर सेब की फसल पर पड़ रहा है। लाहौल-स्पीति, किन्नौर, सिरमौर और ऊना जिलों में सामान्य से 50 फीसदी कम बारिश हुई है। कांगड़ा जिले में बीते एक सप्ताह से अच्छी बारिश हो रही है। 17 से 24 जुलाई के बीच कांगड़ा में 185.8 मिलीमीटर बादल बरसे हैं, जबकि इस अवधि में सामान्य बारिश 142.1 मिलीमीटर होती है, जो कि सामान्य से 31 प्रतिशत ज्यादा है। अन्य जिलों में बहुत कम बारिश हो रही है।

सेब व सब्जियों पर पड़ रही सूखे की मार
बारिश नहीं होने से सेब की तैयार फसल पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। सेब के बगीचों में कई बीमारियां लग गई हैं। बगीचों में नमी नहीं होने की वजह से सेब का अच्छा साइज नहीं बन पा रहा है और कई क्षेत्रों में सूखे जैसी स्थिति होने की वजह से सेब के दाने फट रहे हैं। इससे बागवानों की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं, वहीं सब्जियों की फसल को भी नुक्सान पहुंच रहा है। सब्जियों पर पहले भीषण गर्मी की मार पड़ी थी और अब बारिश के मौसम में भी वर्षा न होने से सब्जियों की फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई है।

चंबा-तलेरू मार्ग पर बढ़ा जलस्तर
बुधवार को बारिश के चलते चंबा-तलेरू मार्ग पर छौ के समीप जलस्तर बढ़ गया। सुबह के समय जलस्तर बढ़ने के कारण मलबा व पानी सड़क पर आने लगा और वाहनों की आवाजाही ठप्प हो गई और दोनों ओर लंबी कतारें लग गईं। विभागीय मशीनरी द्वारा मार्ग को करीब डेढ़ घंटे बाद बहाल किया गया, जिसके बाद लोग अपने गंतव्य को निकले।

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!