Edited By Kuldeep, Updated: 06 Nov, 2024 05:19 PM
हिमाचल में गैर-कानूनी तरीके से एचआरटीसी की जेएनयूआरएम बसें चल रही हैं। निगम द्वारा चलाई जा रही इन बसों के संचालन पर प्रदेश के निजी बस ऑप्रेटरों ने आपत्ति जताई है।
शिमला (राजेश): हिमाचल में गैर-कानूनी तरीके से एचआरटीसी की जेएनयूआरएम बसें चल रही हैं। निगम द्वारा चलाई जा रही इन बसों के संचालन पर प्रदेश के निजी बस ऑप्रेटरों ने आपत्ति जताई है। वहीं इस संबंध में आयुक्त एवं परिवहन निदेशक को पत्र लिखा है। परिवहन निदेशक को लिखे पत्र में निजी बस ऑप्रेटर्ज यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष राजेश पराशर व महासचिव रमेश कमल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में एचआरटीसी द्वारा जेएनयूआरएम की बसें उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद भी गैर-कानूनी तरीके से कलस्टर से बाहर और अंतर्राज्यीय रूट पर चलाई जा रही हैं जो मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि यह उल्लंघना के साथ उच्च न्यायालय के आदेशों की भी अवहेलना है।
उन्होंने पत्र के माध्यम से परिवहन निदेशक को बताया कि इन बसों का टोकन टैक्स और एसआरटी भी माफ किया गया है जबकि ये बसें सवारियों के मामले में निजी बस ऑप्रेेटरों से पूरा कम्पीटीशन करते हैं। केंद्र सरकार द्वारा जेएनयूआरएम स्कीम के तहत ये बसें 14 कलस्टर के लिए दी गई थी लेकिन एचआरटीसी द्वारा इनको गैर-कानूनी तरीके से बाहरी राज्यों में भी चलाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त कलस्टर से बाहर भी चलाया जा रहा है और जिसका सीधा घाटा निजी बस ऑप्रेटर उठा रहे हैं।
निजी बस ऑप्रेटरों ने जारी की चेतावनी
निजी बस ऑप्रेटरों ने प्रदेश भर के निजी बस ऑप्रेटरों के साथ बैठक करने के बाद निर्णय लिया कि यदि निगम व विभाग द्वारा इन बसों को चलने से नहीं रोका गया तो हिमाचल प्रदेश के निजी बस ऑप्रेटर न्यायालय के आदेशों की अवहेलना का मामला दर्ज करवाने को मजबूर हो जाएंगे। ऑप्रेटरों ने जेएनयूआरएम की बसों के अवैध संचालन के लिए एचआरटीसी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।