Edited By Kuldeep, Updated: 22 Jan, 2025 05:27 PM
सस्ते राशन के डिपुओं में सरसों के तेल की आपूर्ति करवाने के लिए जनवरी माह में भी टैंडर फाइनल नहीं हो पाए हैं, ऐसे में अब फरवरी में उपभोक्ताओं को सरसों का तेल उपलब्ध होगा।
शिमला (राजेश): सस्ते राशन के डिपुओं में सरसों के तेल की आपूर्ति करवाने के लिए जनवरी माह में भी टैंडर फाइनल नहीं हो पाए हैं, ऐसे में अब फरवरी में उपभोक्ताओं को सरसों का तेल उपलब्ध होगा। फरवरी माह मेें विभाग को 4 माह का तेल उपभेाक्ताओं को देने को हो जाएगा। पिछले 3 माह से उपभोक्तओं को डिपुओं में सरसों का तेल नहीं मिला है। ऐसे में सरकार फरवरी माह में
पिछले 3 महीनों का तेल उपभोक्ताओं को देगी। यह तेल टैंडर होने और सप्लाई पहुंचने के बाद ही स्पष्ट होगा। प्रदेश भर में उचित मूल्य की दुकानों में उपभोक्ताओं को तेल अंतिम बार अक्तूबर महीने में मिला था और इसके बाद से डिपुओं में उपभोक्ताओं को सरसों का तेल नहीं मिला है। प्रदेश में कुल राशन कार्ड धारकों की संख्या 19.65 लाख के करीब है।
हालांकि ईकेवाईसी न करने से अभी तक 2.65 लाख राशन कार्डों को अस्थायी तौर पर ब्लॉक किया जा चुका है, लेकिन सरकार की सख्ती के बाद प्रदेश में ईकेवाईसी कराने को लेकर तेजी आई है। इसके चलते 19 लाख से अधिक परिवारों को फरवरी महीने में 4 महीने का कोटा उपलब्ध कराने के लिए हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम को करीब 1.20 करोड़ लीटर सरसों के तेल की जरूरत होगी।
4 जनवरी को खुला था टैंडर, लेकिन सरकार से नहीं मिली मंजूरी
जनवरी में 3 महीने के तेल का कोटा एक साथ मिलने की उम्मीद थी, जिसके लिए 4 जनवरी को तेल का टैंडर भी खुल गया था। इसके बाद तेल का रेट अप्रूव करने का मामला सरकार को भेजा गया है, लेकिन अभी तक सरकार ने रेट अप्रूवल को लेकर अपनी मंजूरी नहीं दी है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इन दिनों कांगड़ा प्रवास पर हैं। 26 जनवरी तक मुख्यमंत्री का शिमला लौटने का कार्यक्रम है।
ऐसे में अब मुख्यमंत्री के लौटने के बाद ही तेल के रेट के अप्रूवल को लेकर फैसला लिया जा सकता है। अगर सरकार रेट को अप्रूव भी करती है तो हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के होल सेल गोदामों में तेल की सप्लाई पहुंचने में 8 से 10 दिनों का समय लग सकता है, ऐसे में अब उपभोक्ताओं को फरवरी में ही सरसों के तेल का कोटा मिलने की संभावना है।