Edited By Kuldeep, Updated: 10 Nov, 2024 10:09 PM
करोड़ों रुपए के क्रिप्टो करंसी स्कैम की जांच में आने वाले दिनों में कुछ नए खुलासे हो सकते हैं, साथ ही इस मामले में आरोपी सुभाष शर्मा को दुबई से स्वदेश लाने के प्रयास भी तेज हो गए हैं।
शिमला (ब्यूरो): करोड़ों रुपए के क्रिप्टो करंसी स्कैम की जांच में आने वाले दिनों में कुछ नए खुलासे हो सकते हैं, साथ ही इस मामले में आरोपी सुभाष शर्मा को दुबई से स्वदेश लाने के प्रयास भी तेज हो गए हैं। बताया जा रहा है कि इस महीने के अंत में सुभाष का वीजा खत्म होने जा रहा है। ऐसे में दोबारा से वीजा अवधि न बढ़े, इसको लेकर पुलिस ने सभी संबंधित एजैंसियों से पत्राचार किया है। देखा जाए तो अब तक इस मामले में 89 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। साथ ही करोड़ों की संपत्तियां ही सीज की जा चुकी हैं। इसी तरह ठगी के शिकार हुए कुछ लोगों को जांच एजैंसी उनकी धनराशि दिलवाने में भी कामयाब रही है। क्रिप्टो करंसी स्कैम का यह मामला हिमाचल के साथ ही कई अन्य राज्यों से भी जुड़ा हुआ है। ऐसे में पुलिस की जांच टीम हर पहलू को गम्भीरता से खंगाल रही है।
2018 से 2023 के बीच इस स्कैम को दिया गया अंजाम
अब तक की छानबीन में सामने आया है कि आरोपियों ने एक सोची समझी रणनीति के तहत पहले डिजिटल करंसी का पूरा खेल समझा, फिर कुछ सॉफ्टवेयर तैयार करवाए। इसके बाद शातिरों ने फर्जी वैबसाइटें तैयार कीं, जिसके बाद ऐसे लोगों को अपने विश्वास में लिया, जिन पर आगे लोग विश्वास करें। ऐसे में धीरे-धीरे निवेशक जुड़ने लगे और आरोपियों ने निवेशकों को उनकी आईडी पर ऐसी डिजिटल करंसी दिन-प्रतिदिन ग्रोथ करते हुई दिखाई जबकि वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं था। आरोपियों ने पैसा डबल करने का लालच देकर डिजिटल करंसी का ऐसा जाल बुना कि लोगों ने भी जीवनभर की जमापूंजी निवेश कर दी। बाद में उनके हाथ कुछ भी नहीं लगा। वर्ष 2018 और 2023 के बीच इस स्कैम को अंजाम दिया गया। इस मामले में कुछ गिरफ्तारियां जल्द हो सकती हैं। एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। सुभाष शर्मा की वीजा अवधि न बढ़े, उसके लिए संबंधित एजैंसी से पत्राचार किया गया है।