Edited By prashant sharma, Updated: 26 Mar, 2021 11:16 AM

गर्मी शुरू होते ही भेड़ पालको ने पहाड़ों की ओर रुख करना शुरू कर दिया है। वोह के रहने वाले करनैल सिंह और सिरिधर ने बताया कि जिला कांगड़ा के निचली क्षेत्र ज्वाली में सर्दी के 6 महीने काटने के बात अब पहाड़ों की ओर जाना पड़ रहा है
शाहपुर (स.ह.) : गर्मी शुरू होते ही भेड़ पालको ने पहाड़ों की ओर रुख करना शुरू कर दिया है। वोह के रहने वाले करनैल सिंह और सिरिधर ने बताया कि जिला कांगड़ा के निचली क्षेत्र ज्वाली में सर्दी के 6 महीने काटने के बात अब पहाड़ों की ओर जाना पड़ रहा है, क्योंकि अब मैदानी इलाकों में भेड़-बकरियों के लिए घास और चारा नहीं बचा है। दूसरा गर्मियों में भेड़ बकरियों का रहना भी मुश्किल हो जाता है। उन्होंने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि रास्ते में जाते समय चोरों और लुटेरों का भी खतरा रहता है। असमाजिक तत्व हमेशा लूटने की फिराक में रहते हैं। उन्होंने सरकार से सुरक्षा मुहैया करवाने का भी अनुरोध किया है। शाहपुर स्थित छतडी में अपनी भेड़ बकरियों के साथ करनैल सिंह और सिरीधर सिंह ने बताया कि भेड़ पालकों का काम बड़ा ही चुनौती भरा हो गया है। उन्हें 12 महीने अपने घर परिवार से दूर जंगलों रहना पड़ता है। ऊन का सही दाम न मिलने के कारण वह सरकार से भी काफी खफा हैं।