Edited By Vijay, Updated: 10 Aug, 2023 09:51 PM

चंडीगढ़-मनाली नैशनल हाईवे पर 6 और 7 मील के बीच की पहाड़ी पूरी तरह से सुरक्षित है और इसमें किसी भी प्रकार की कोई दरार नहीं आई है। यह जानकारी एएसपी मंडी सागर चंद्र ने वीरवार को पहाड़ी का निरीक्षण करने के उपरांत पत्रकारों को दी।
पंडोह (विशाल): चंडीगढ़-मनाली नैशनल हाईवे पर 6 और 7 मील के बीच की पहाड़ी पूरी तरह से सुरक्षित है और इसमें किसी भी प्रकार की कोई दरार नहीं आई है। यह जानकारी एएसपी मंडी सागर चंद्र ने वीरवार को पहाड़ी का निरीक्षण करने के उपरांत पत्रकारों को दी। बता दें कि 6 मील के पास लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण ऐसी अफवाह फैल रही थी कि यहां पर पूरी पहाड़ी दरकने वाली है और पहाड़ी पर 70 से 80 मीटर लंबी और 10 से 12 फुट चौड़ी दरार पड़ चुकी है। इसी बात को लेकर वीरवार को एएसपी सागर चंद्र राजस्व विभाग और एनएचएआई के केएमसी कंपनी के ठेकेदारों की टीम के साथ पहाड़ी पर चढ़े और सत्यता जांचने की कोशिश की। एएसपी ने बताया कि यह सिर्फ अफवाह है और पहाड़ी पूरी तरह से सुरक्षित है। यहां सिर्फ भूस्खलन का ही खतरा है जबकि पहाड़ी के धंसने जैसी कोई बात नहीं है। उन्होंने बताया कि यह जांच 6 मील से पंडोह की तरफ को की गई है जबकि मंडी की तरफ से अगले एक-दो दिनों में यह जांच कर दी जाएगी।
जितना मलबा आना था वह आ चुका है
एएसपी ने बताया कि 6 मील के पास जितना मलबा आना था वह आ चुका है और अब पहाड़ी पर रॉकलाइन नजर आने लग गई है। अब चिंता का सबब यहां पर गिरा हुआ वह भारी मलबा है जो बार-बार खिसक कर हाईवे पर आ रहा है। इस कार्य को एनएचएआई और उनकी कंपनी के ठेकेदारों द्वारा किया जाना है। बरसात के मौसम में इस कार्य को करना थोड़ा मुश्किल हो रहा है लेकिन अनुमान है कि 2 महीनों के समय के दौरान यहां से सारे मलबे को हटा दिया जाएगा।
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