Edited By Vijay, Updated: 11 Sep, 2024 07:30 PM
प्रदेश सरकार ने रैगिंग मामले पर बहारा यूनिवर्सिटी से जवाब-तलब किया है। साथ ही यूनिवर्सिटी की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।
शिमला (प्रीति): प्रदेश सरकार ने रैगिंग मामले पर बहारा यूनिवर्सिटी से जवाब-तलब किया है। साथ ही यूनिवर्सिटी की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी। मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए सरकार ने शिक्षा सचिव को इसकी जांच के भी आदेश दिए हैं और जल्द रिपोर्ट देने को कहा है। रैगिंग मामले में सरकार जीरो टॉलरैंस की नीति अपनाएगी। सरकार ने स्पष्ट किया है कि ऐसे मामलों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिक्षण संस्थानों को रैगिंग के मामलों को हल्के में न लेने को कहा गया है।
बीते दिन बहारा यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रैगिंग लेते हुए सामने आए छात्रों के वीडियों पर सरकार ने यह एक्शन लिया है। इस वीडियो में सीनियर छात्र जूनियर छात्र की पिटाई कर रहे हैं। हालांकि शिक्षा संस्थानों में रैगिंग पर प्रतिबंध है। बावजूद इसके उक्त यूनिवर्सिटी में ऐसा मामला सामने आया है। ऐसे में सरकार ने प्रशासन से मामले पर जवाब-तलब किया है। गौर हो कि प्रदेश में वर्ष 2009 में मैडीकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे छात्र की भी इसी तरह रैगिंग ली गई थी। जो छात्र की मौत का कारण बना था। इसके बाद प्रदेश सहित देश भर में रैगिंग पर रोक लगा दी गई थी।
इसको लेकर कड़े नियम भी बनाए गए, लेकिन एक बार फिर प्रदेश में ऐसे मामला सामना आया है। उधर हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग ने भी मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए संबंधित विश्वविद्यालय से जवाब मांगा है और रैगिंग की रोकथाम के लिए तय नियमों के तहत कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा है कि सरकार इस मामले में जीरो टाॅलरैंस की नीति अपनाएगी। उन्होंने कहा है कि मामले पर यूनिवर्सिटी से जवाब-तलब किया गया है।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here