Edited By Vijay, Updated: 21 May, 2022 09:56 PM
कोरोना काल में अपने द्वारा संचालित गुरुकुल स्कूल के बच्चों की फीस माफ कर समूचे प्रदेश ही नही बल्कि देश भर में मीडिया के माध्यम से सुर्खियां बटोरने वाले गुरुकुल स्कूल कोटली के डायरैक्टर पुरिंद्र राणा एक बार फिर से सुर्खियों में हैं।
जोगिंद्रनगर (लक्की शर्मा): कोरोना काल में अपने द्वारा संचालित गुरुकुल स्कूल के बच्चों की फीस माफ कर समूचे प्रदेश ही नही बल्कि देश भर में मीडिया के माध्यम से सुर्खियां बटोरने वाले गुरुकुल स्कूल कोटली के डायरैक्टर पुरिंद्र राणा एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। इस बार उन्हें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बतौर शिक्षक अपने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए टीचमिन्ट संस्था द्वारा दूसरी बार गोल्ड एजुकेटर अवार्ड व प्रशस्ति पत्र दे सम्मानित किया जिसके चलते वे जिला मंडी के पहले ऐसे शिक्षक बन गए हैं जिन्हें इस पुरस्कार से नवाजा गया है। पुरिंद्र राणा द्वारा टीचमिन्ट पर बच्चों को सफलतापूर्वक 500 घंटे ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने के चलते यह अवार्ड व प्रशस्ति पत्र उन्हें दिया गया है।
बताते चलें कि इससे पहले पुरिंद्र राणा को टीचमिन्ट सिल्वर एजुकेटर अवार्ड व शिक्षक दिवस पर दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय समरसता मंच द्वारा आयोजित सम्मेलन में नेपाल के प्रथम उप राष्ट्रपति द्वारा शिक्षक श्री अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। पुरिंद्र राणा प्रदेश विश्वविद्यालय से एमएससी मैथ्स व बीएड की शिक्षा प्राप्त कर, शिक्षा जगत में विभिन्न संस्थानों में गणित के प्रवक्ता के तौर पर व जोगिंद्रनगर में पी आर एस अकादमी खोलकर प्रदेश के सैंकड़ों बच्चों को कोचिंग देकर अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं। मौजूदा समय में पुरिंद्र राणा तीन निजी स्कूलों के डायरैक्टर हैं एवं बतौर शिक्षक उन्होंने कई गरीब जरूरतमंद व पढ़ाई में विशेष रूचि रखने वाले बच्चों को निशुल्क कोचिंग भी प्रदान की है।
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