अब घटिया काम करने वाले ठेकेदार व सांठ-गांठ करने वाले अधिकारी नपेंगे

Edited By Ekta, Updated: 02 Oct, 2018 11:02 AM

poor working contractor

सूबे के विभिन्न विभागों, बोर्ड व निगमों में अब घटिया काम करने वाले ठेकेदार तथा इनसे सांठ-गांठ रखने वाले अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे। जयराम सरकार इसी मकसद से मुख्यमंत्री कार्यालय में ‘स्वतंत्र गुणवत्ता परीक्षण दस्ता’ गठित करने जा रही है। सोमवार को जारी...

शिमला (हेटा): सूबे के विभिन्न विभागों, बोर्ड व निगमों में अब घटिया काम करने वाले ठेकेदार तथा इनसे सांठ-गांठ रखने वाले अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे। जयराम सरकार इसी मकसद से मुख्यमंत्री कार्यालय में ‘स्वतंत्र गुणवत्ता परीक्षण दस्ता’ गठित करने जा रही है। सोमवार को जारी अधिसूचना के मुताबिक ई.ओ.आई. (एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रस्ट) आमंत्रित करके पहले कंसल्टैंट का चयन किया जाएगा। बाद में कंसल्टैंट 5 तकनीकी अधिकारियों का दस्ता तैयार करेगा। इस दस्ते को 3 लोगों का स्पोर्टिंग स्टाफभी रखना होगा। प्रदेश में पहली बार इस तरह का फ्लाइंग स्क्वायड पी.डब्ल्यू.डी., आई.पी.एच., हिमुडा, बिजली बोर्ड, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अलावा अन्य विभागों द्वारा किए जाने वाले विभिन्न कामों की गुणवत्ता जांचेगा। 

हालांकि पी.डब्ल्यू.डी. में अलग से क्वालिटी कंट्रोल विंग है लेकिन अन्य विभागों में निर्माण की गुणवत्ता जांचने की व्यवस्था नहीं है। इसके बाद अब मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव संजय कुंडू के नेतृत्व में फ्लाइंग स्क्वायड सभी विभागों के काम का औचक निरीक्षण करेगा और घटिया काम पाए जाने की सूरत में कार्रवाई की सिफारिश करेगा। यह दल स्वत: प्रत्येक सरकारी काम की गुणवत्ता जांच को अधिकृत रहेगा। यदि कोई जन प्रतिनिधि या आम जनता भी इस दस्ते को शिकायत करती है तो उसकी भी जांच की जाएगी। राज्य के विभिन्न विभागों द्वारा बनाए जाने वाले सड़क, पुल, सड़़कों की टारिंग, डंगे लगाने, सरकारी भवनों का निर्माण, पेयजल व सिंचाई लाइन बिछाने, बिजली की ट्रांसमिशन लाइन, पंचायतों में किए जाने वाले विभिन्न काम इत्यादि की गुणवत्ता जांचने का जिम्मा अब इस दस्ते का रहेगा। निरीक्षण के बाद यह दस्ता सरकार को गोपनीय रिपोर्ट सौंपेगा। इस पर सरकार आगामी कार्रवाई अमल में लाएगी।

निरीक्षण दस्ते में इन्हें मिलेगी तैनाती
राज्य सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार कंसल्टैंट अपने स्तर पर फ्लाइंग स्क्वायड में टीम लीडर क्वालिटी कंट्रोल, सिविल इंजीनियर (क्वालिटी और मैटीरियल इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता हासिल), इलैक्ट्रीकल इंजीनियर, मैकेनिकल इंजीनियर तथा आई.पी.एच. इंजीनियर का 5 सदस्यीय दस्ता नियुक्त करेगा। इनके साथ 3 लोगों का सुपोर्टिंग स्टाफ भी तैनात किया जाएगा।

टी.पी.क्यू.एम. में 25 सदस्यों की होगी तैनाती
पी.डब्ल्यू.डी. में अलग से 25 सदस्यों का थर्ड पार्टी कंट्रोल मैकेनिज्म (टी.पी.क्यू.एम.) तैनात किया जाएगा जोकि नाबार्ड, सी.आर.एफ. व आई.एस.सी. इत्यादि से बनने वाली विभिन्न सड़कों एवं पुलों की गुणवत्ता को जांचेगा। इसे लेकर भी सरकार ने सोमवार को अधिसूचना जारी की है। टी.पी.क्यू.एम. में सदस्य की तैनाती केंद्र द्वारा जारी नैशनल क्वालिटी मॉनीटर की तैनाती को जारी गाइडलाइन के मुताबिक की जाएगी।
 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!