Edited By Vijay, Updated: 26 Apr, 2024 08:51 PM
विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने 6 विधानसभा क्षेत्रों में से 3 स्थानों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इसके तहत भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए कैप्टन रणजीत सिंह राणा सुजानपुर व राकेश कालिया गगरेट से चुनाव लड़ेंगे।
शिमला (कुलदीप): विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने 6 विधानसभा क्षेत्रों में से 3 स्थानों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इसके तहत भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए कैप्टन रणजीत सिंह राणा सुजानपुर व राकेश कालिया गगरेट से चुनाव लड़ेंगे। कुटलैहड़ से कांग्रेस ने विवेक शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है। एआईसीसी के महासचिव केसी वेणुगोपाल की तरफ से 3 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा संबंधी बयान जारी किया गया है। इस तरह देखा जाए तो कांग्रेस पार्टी ने भी भाजपा की तर्ज पर टिकटों का आबंटन किया है। यानी जैसे भाजपा ने कांग्रेस के 6 बागियों को टिकट दिए। उसी तरह अब कांग्रेस ने भी भाजपा से पार्टी में शामिल हुए 2 नेताओं को टिकट थमाए हैं।
सुजानपुर से कांग्रेस प्रत्याशी कैप्टन रणजीत सिंह राणा ने पिछला चुनाव भाजपा टिकट पर लड़ा था, जिसमें उनको उस समय कांग्रेस प्रत्याशी रहे राजेंद्र राणा (अब भाजपा प्रत्याशी) से 399 मतों से हार मिली थी। इसके अलावा गगरेट से पूर्व विधायक रहे राकेश कालिया को पिछली बार कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया था। इस कारण राकेश कालिया नाराज होकर भाजपा में शामिल हो गए थे, लेकिन उपचुनाव की घोषणा के बाद उनकी फिर से पार्टी में वापसी हुई है। कुटलैहड़ से विवेक शर्मा के नाम पर पहले ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मोहर लगा चुके थे, जिनके नाम की औपचारिक घोषणा हुई है। अब कांग्रेस पार्टी की तरफ से कांगड़ा व हमीरपुर संसदीय क्षेत्रों तथा लाहौल-स्पीति, बड़सर एवं धर्मशाला विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा करना बाकी है।
कांग्रेस आलाकमान ने लिया अंतिम निर्णय : चौहान
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने 3 प्रत्याशियों के चयन पर अंतिम निर्णय लिया है। इसमें जीत के पैमाने को ध्यान में रखकर टिकट आबंटन किया गया था। राकेश कालिया पहले भी कांग्रेस टिकट से चुनाव जीत चुके हैं तथा रणजीत सिंह लंबे समय से पार्टी के संपर्क में थे।
टिकटों को लेकर भाजपा में पहले दिन से थी एक राय : धर्माणी
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र धर्माणी ने स्पष्ट किया कि राज्यसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी का साथ देने वाले 6 पूर्व विधायकों को भाजपा टिकट देने को लेकर भाजपा में पहले दिन से एक राय थी। वर्तमान सरकार की कार्यप्रणाली से तंग आकर इन 6 पूर्व विधायकों ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामना बेहतर समझा।
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