Edited By Vijay, Updated: 14 Oct, 2025 04:31 PM

कहते हैं...अगर मां की कृपा हो जाए तो असंभव भी संभव हो जाता है और गूंगे भी बोलना शुरू कर देते हैं। यह कहावत उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता श्री चिंतपूर्णी के दरबार में सोमवार की रात एक बार फिर सच साबित हुई।
ऊना/चिंतपूर्णी (अमित): कहते हैं...अगर मां की कृपा हो जाए तो असंभव भी संभव हो जाता है और गूंगे भी बोलना शुरू कर देते हैं। यह कहावत उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता श्री चिंतपूर्णी के दरबार में सोमवार की रात एक बार फिर सच साबित हुई। मां के दरबार में एक ऐसा चमत्कार हुआ, जिसने वहां मौजूद हर श्रद्धालु को हैरान कर दिया। पंजाब के होशियारपुर निवासी 35 वर्षीय सरजू शर्मा जोकि बचपन से बोलने और सुनने में असमर्थ था, ने माता का चरणामृत पीते ही बोलना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, उसे सुनाई भी देने लगा।
जानकारी के अनुसार सरजू शर्मा के परिवार ने कई डॉक्टरों से उसका इलाज करवाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। पिछले तीन महीनों से उसकी हालत और बिगड़ गई थी और वह बिल्कुल भी नहीं बोल पा रहे थे। सरजू का परिवार माता चिंतपूर्णी में गहरी आस्था रखता है और वे पहले भी कई बार यहां दर्शन के लिए आ चुके हैं। सोमवार की रात जब उन्होंने परिवार के साथ माता के दरबार में हाजिरी भरी और चरणामृत ग्रहण किया तो अचानक उनकी जुबान खुल गई। उन्होंने बोलना शुरू कर दिया, जिसे देखकर उनके परिवार सहित वहां मौजूद सभी श्रद्धालु हतप्रभ रह गए।
बोलने और सुनने की शक्ति वापस पाकर सरजू शर्मा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने हाथ जोड़कर इस चमत्कार के लिए माता श्री चिंतपूर्णी का आभार प्रकट किया। यह घटना अब भक्तों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है और मां चिंतपूर्णी में लोगों की आस्था को और भी मजबूत कर रही है।