Edited By Jyoti M, Updated: 31 May, 2025 10:04 AM

शुक्रवार सुबह हिमाचल प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ली, जिससे पूरे राज्य में भारी बदलाव देखने को मिला। पहाड़ों पर ताजी बर्फबारी हुई, जबकि राजधानी शिमला सहित कांगड़ा और मंडी जिलों में मूसलाधार बारिश दर्ज की गई। इस बदले हुए मौसम के कारण प्रदेश के...
हिमाचल डेस्क। शुक्रवार सुबह हिमाचल प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ली, जिससे पूरे राज्य में भारी बदलाव देखने को मिला। पहाड़ों पर ताजी बर्फबारी हुई, जबकि राजधानी शिमला सहित कांगड़ा और मंडी जिलों में मूसलाधार बारिश दर्ज की गई। इस बदले हुए मौसम के कारण प्रदेश के अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है।
अंधड़ ने मचाई तबाही, घरों की छतें उड़ीं और बिजली बाधित
मौसम के इस बदले हुए मिजाज के साथ ही तेज अंधड़ भी चला, जिसने चंबा, मंडी और कांगड़ा जिलों में काफी नुकसान पहुंचाया। कई घरों की छतें उड़ गईं और बिजली के तार क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे कुछ इलाकों में बिजली गुल हो गई। मंडी जिले में कई घरों की छतें उड़ने के साथ-साथ पेड़ गिरने से बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई। सोलन जिले में भी तेज अंधड़ के साथ बारिश हुई, जिससे लगभग 12 ट्रांसफार्मर ठप हो गए और कई जगहों पर बिजली आपूर्ति बंद रही।
शिमला और धर्मशाला में भारी बारिश से जलभराव
राजधानी शिमला में शुक्रवार सुबह करीब सात बजे से दस बजे तक जोरदार बारिश हुई, जिसके कारण शहर में जगह-जगह सड़कों पर जलभराव हो गया और नाले उफान पर आ गए। कई स्थानों पर सड़कों और पैदल रास्तों पर मलबा जमा हो गया, जिससे आवाजाही प्रभावित हुई। धर्मशाला में भी सुबह भारी बारिश हुई और कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि भी दर्ज की गई। हालांकि, दोपहर बाद मौसम साफ हो गया और धूप खिल गई।
ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी से किसानों को फायदा
कुल्लू, लाहौल और मंडी में भी शुक्रवार सुबह जमकर बारिश हुई। कुल्लू के ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क की चोटियों के साथ-साथ लाहौल और धौलाधार की पहाड़ियों के ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी हुई। यह बर्फबारी कृषि के लिए फायदेमंद मानी जा रही है, क्योंकि यह भूमि में नमी बढ़ाएगी और आने वाली फसलों के लिए बेहतर परिस्थितियां बनाएगी।
सड़कों पर मलबा और भूस्खलन से आवाजाही प्रभावित
सिरमौर जिले में मलबा और पत्थर गिरने से राष्ट्रीय राजमार्गों और संपर्क सड़कों पर आवाजाही प्रभावित हुई। पांवटा साहिब-शिलाई राष्ट्रीय राजमार्ग 707 उतरी के पास भूस्खलन के कारण दो घंटे तक बंद रहा, हालांकि इस दौरान एक कार और लोग मलबे की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। ऊना जिले में भी शुक्रवार सुबह से तेज अंधड़ चल रहा है।
किसानों को धान की पनीरी बोने में दिक्कत
मंडी जिले के जोगिंद्रनगर में खेतों में अत्यधिक नमी होने के कारण किसान धान की पनीरी नहीं बो पा रहे हैं, जिससे उन्हें चिंता हो रही है।
मौसम विभाग का ऑरेंज अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार को कांगड़ा, चंबा, मंडी, कुल्लू, सोलन, सिरमौर और शिमला के कई क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।