Edited By Kuldeep, Updated: 22 Jun, 2025 09:56 PM

हिमाचल प्रदेश में चोरी के एक मामले में गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस लॉकअप में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जिला सिरमौर के पुलिस थाना कालाअम्ब में सामने आई इस घटना ने पुलिस विभाग में हड़कंप मचा दिया है।
नाहन/सिरमौर (आशु): हिमाचल प्रदेश में चोरी के एक मामले में गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस लॉकअप में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जिला सिरमौर के पुलिस थाना कालाअम्ब में सामने आई इस घटना ने पुलिस विभाग में हड़कंप मचा दिया है। मृतक की पहचान हरियाणा के नारायणगढ़ निवासी, अजय कुमार (36) के रूप में हुई है। इस सनसनीखेज घटना के बाद मामले के जांच अधिकारी (आईओ) सहित 2 पुलिस कर्मियों को सस्पैंड कर दिया गया, जबकि एक होमगार्ड जवान को वापस बटालियन भेज दिया गया है। सीजेएम स्तर पर मामले की जांच शुरू हो गई है और फोरैंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया है। फोरैसिंक जांच के बाद ही शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।
जानकारी के अनुसार मृतक आरोपी अजय कुमार को शनिवार को कॉपर वायर चोरी के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसे रविवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 4 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया था। मृतक अजय को दोपहर करीब 3 बजे पुलिस लॉकअप में बंद किया गया। इसी बीच 3:50 बजे उसने कथित तौर पर कम्बल के बॉर्डर का उपयोग कर फंदा लगा लिया।
हालांकि स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक मृतक अजय नशे का आदी बताया गया और लॉकअप में नशा न मिलने के कारण वह अवसाद में चला गया था। नशे की आपूर्ति न मिलने से वह परेशान हो गया और इसी बीच उसने यह खौफनाक कदम उठा लिया, लेकिन यह सब पहलू जांच के बाद ही सामने आ सकेंगे। इतना जरूर है कि इस घटना ने पुलिस विभाग की नींद उड़ाकर रख दी है।
उधर एसपी सिरमौर एनएस नेगी ने पुष्टि करते हुए बताया कि घटना की सूचना तुरंत न्यायिक मजिस्ट्रेट और मानवाधिकार आयोग को दे दी गई थी। सीजेएम के स्तर पर न्यायिक जांच शुरू कर दी गई है। 2 पुलिस कर्मियों को सस्पैंड किया गया है, जिसमें पुलिस थाना कालाअम्ब का मुंशी व जांच अधिकारी शामिल है। इसके अलावा ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड जवान को भी ड्यूटी से हटा दिया गया है।
उन्होंने बताया कि फोरैंसिक टीम को बुलाया गया है। फोरैंसिक जांच के बाद ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि मामले में विभागीय जांच के आदेश दिए जा रहे हैं और जांच अधिकारी को नियुक्त किया जाएगा। जांच के बाद ही मामले में आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।