Edited By Jyoti M, Updated: 04 Sep, 2025 12:46 PM

हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने कहर बरपाया है, जिसका असर अब साफ दिखने लगा है। हालांकि, आज बारिश से थोड़ी राहत मिली है, लेकिन इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। गुरुवार सुबह 4:45 बजे के करीब दो सड़का से...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने कहर बरपाया है, जिसका असर अब साफ दिखने लगा है। हालांकि, आज बारिश से थोड़ी राहत मिली है, लेकिन इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। गुरुवार सुबह 4:45 बजे के करीब दो सड़का से श्रीरेणुकाजी जाने वाली मुख्य सड़क, नैहली के पास हुए भारी भूस्खलन के कारण बंद हो गई है।
भूस्खलन से सड़क का लगभग 50 मीटर हिस्सा पूरी तरह से मलबे के ढेर में तब्दील हो गया है, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। इस कारण सड़क के दोनों ओर कई कर्मचारी और आम लोग फंसे हुए हैं। मलबे का ढेर इतना बड़ा है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है।
राहत और बचाव कार्य जारी
भारी बारिश के कारण सिरमौर जिले में कुल 176 सड़कें बंद हो गई थीं। लोक निर्माण विभाग ने युद्धस्तर पर काम करते हुए इनमें से कई सड़कों को बहाल कर दिया है। अभी भी 90 सड़कें बंद हैं, जिन्हें खोलने का काम तेजी से चल रहा है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता आलोक जवनेजा ने बताया कि सड़क बंद होने की सूचना मिलते ही तुरंत दो मशीनें मौके पर भेज दी गई हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही रास्ता खोल दिया जाएगा।
नाहन में भी कई सड़कें बंद
नाहन विधानसभा क्षेत्र में भी कई सड़कें बंद हैं। लोक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, बर्मा पापड़ी, नलका, कोलांवालाभूंड, मातर, भेड़ों और कई अन्य रास्ते भी भूस्खलन के कारण बंद हो गए हैं। इस मुश्किल समय में लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी और मशीनरी सड़कों को बहाल करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। कर्मचारियों की कड़ी मेहनत के कारण ही कई खतरनाक जगहों पर 24 घंटे काम जारी है, ताकि यातायात को जल्द से जल्द सामान्य किया जा सके।
लोगों को सलाह दी गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। प्रशासन ने भी लोगों से सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करने की अपील की है।