Edited By Rahul Singh, Updated: 05 Aug, 2024 04:16 PM
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की चौहार घाटी के राजबन में बादल फटने की घटना लोगों को जीवन भर का गम दे गई है। बता दें कि राजबन त्रासदी में घायल राम सिंह उर्फ रामू टांडा मेडिकल कालेज में दाखिल है। उसकी पत्नी सोनम और तीन माह की बेटी मानवी के शव रविवार को...
हिमाचल: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की चौहार घाटी के राजबन में बादल फटने की घटना लोगों को जीवन भर का गम दे गई है। बता दें कि राजबन त्रासदी में घायल राम सिंह उर्फ रामू टांडा मेडिकल कालेज में दाखिल है। उसकी पत्नी सोनम और तीन माह की बेटी मानवी के शव रविवार को मिले। घटना के दिन राम सिंह अपने परिवार के साथ घर पर ही था। अब शव मिलने पर दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। राम सिंह पत्नी और बेटी के अंतिम दर्शन तक नहीं कर पाया। उधर, लापता खुड्डी देवी के पति चंदन लाल ने कहा कि घटना के दिन वह कुल्लू में थे। घटना की वास्तुस्थिति नहीं बताई गई, इतना जरूर कहा गया कि जल्दी घर पहुंचो।
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रातोंरात ही घर पहुंचा, तो पूरा परिवार त्रासदी का शिकार हो गया था। इससे पांव तले जमीन खिसक गई। वह चाहते हैं कि मलबे में दबे सभी शव मिल जाएं। सबकी आत्मा की शांति के लिए सामूहिक क्रिया कर्म करेंगे। चौथे दिन के खोज अभियान को शाम सवा छह बजे रोक दिया है। अब पांचवें दिन सोमवार सुबह को अभियान शुरू होगा। उधर, प्रभावित ब्रतू राम ने बताया कि इस घटना में उनकी मां चैत्री देवी और भाभी खुड्डी देवी की दबकर मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि भाभी का शव अभी तक नहीं मिल पाया है। पूरा परिवार इतना टूट चुका है कि राजबन गांव में क्या चल रहा है उन्हें कुछ पता नहीं लग रहा है।