Edited By Rahul Singh, Updated: 09 Aug, 2024 03:20 PM
ग्राम पंचायत पैहड़ के अंतर्गत आने वाली राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हयूण पैहड़ में भूस्खलन से 4 कमरों वाले साईस ब्लॉक को खतरा पैदा हो गया है। भारी बारिश के दौरान गिरा मलबा स्पोर्टस रूम की खिड़की को तोड़ते हुए अंदर प्रवेश कर गया तथा एक बड़ी चट्टान...
मंडी (उमेश): ग्राम पंचायत पैहड़ के अंतर्गत आने वाली राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हयूण पैहड़ में भूस्खलन से 4 कमरों वाले साईस ब्लॉक को खतरा पैदा हो गया है। भारी बारिश के दौरान गिरा मलबा स्पोर्टस रूम की खिड़की को तोड़ते हुए अंदर प्रवेश कर गया तथा एक बड़ी चट्टान कमरे के बीचोंबीच जा गिरी। वर्ष 2022 से हो रहे भूस्खलन से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के लिए बना करीब 150 मीटर पक्का जीप योग्य संपर्क मार्ग भी ध्वस्त हो गया है।
अभिभावकों का कहना है कि सरकारी उपेक्षा के चलते यह स्कूल खस्ताहाल है। इससे पहले भी लोगों ने गुहार लगाई थी कि इस भवन के पीछे हो सो भूस्खलन को रोकने के लिए सुरक्षा दीवारें लगाई जाएं ताकि जानमाल का नुक्सान न हो लेकिन 3 वर्ष बीतने के बावजूद किसी ने इस स्कूल की सुध नहीं ली। इस बार पैहड़ पंचायत प्रधान मीना ठाकुर का कहना है कि पंचायत ने आर्थिक क्षमतानुसार मलबा हटाने के बाद सुरक्षा दीवार लगाई थी और प्रशासन से आग्रह किया था कि यहां पी. डब्ल्यू डी. या किसी अन्य एजेंसी से बचाव कार्य करवाया जाए क्योंकि इस कार्य के लिए बड़े बजट की आवश्यकता थी।
यह एकमात्र स्कूल बनेरड़ी, कौसल, हयीलग, भतौर, कुम्हारड़ा, पैहड़, जटूटेकड़ी, कोठी, झरेड़ा और सोहन आदि गांवों के छात्रों को शिक्षा सुविधा उपलब्ध करवाता है लेकिन इस पाठशाला में आज तक साईस लैब नहीं बन पाई है। बताते चलें कि इस स्कूल में लैक्चरर कॉमर्स, ड्राइंग टीचर, शास्त्री, सीनियर असिस्टेंट, अधीक्षक, प्रयोगशाला सहायक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद भी रिक्त चल रहे हैं।
50 मीटर लंबी और 15 मीटर ऊंची सुरक्षा दीवार लगाना जरूरी
स्कूल के कार्यवाहका प्रधानाचार्य पवन कुमार और एस.एम.सी. प्रधान बंशी ठाकुर का कहना है कि वर्ष 2022 में जमीन धंसना आरंभ हुई थी और पिछले साल 14 अगस्त को भी मलबा गिरा। अब इस साल भवन के पीछे वाली जमीन पर बड़ी-बड़ी दरारें आ चुकी हैं और लगातार भूस्खलन हो रहा है जिससे भवन को खतरा है। बचाव हेतु करीब 50 मीटर लंबी और 15 मीटर ऊंची सुरक्षा दीवार लगाया जाना आवश्यक है।