Edited By Kuldeep, Updated: 10 Jul, 2023 10:05 PM

मंडी जिले में हो रही बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। लारजी और पंडोह डैम के गेट खोल देने से दूसरे दिन भी ब्यास नदी का जलस्तर बढऩे से बाढ़ की स्थिति वही बनी रही।
मंडी (रजनीश) : मंडी जिले में हो रही बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। लारजी और पंडोह डैम के गेट खोल देने से दूसरे दिन भी ब्यास नदी का जलस्तर बढऩे से बाढ़ की स्थिति वही बनी रही। जिसके चलते दूसरे दिन सोमवार को भी नदी का पानी अपने तटबंधों को लांघ कर पंडोह कस्बे और मंडी के ऐतिहासिक पंचवक्त्र मंदिर तक आ गया। बाढ़ की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने एहतियातन मंडी शहर में ब्यास नदी के करीब बसे घरों से लोगों को हटाकर उन्हें सुरक्षित जगहों पर अपने पड़ोसियों और रिश्तेदारों के पास भेज दिया है। जिला प्रशासन ने ब्यास और सहायक नदियों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए नदी किनारे के 113 से अधिक मकानों को एहतियातन खाली करवाकर लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा है।
इसके साथ ही कुछ प्रवासी मजदूरों और किराएदारों को पड्डल गुरुद्वारा और ब्यास सदन में शिफ्ट किया गया है। प्रशासन ने सोमवार दोपहर करीब 113 मकानों को खाली करवाया। पंडोह में 60, घ्राण में 10, पुरानी मंडी और खलियार में 12, भ्यूली में 25 और पड्डल में 6 मकान खाली करवाए गए। भ्यूली क्षेत्र से प्रवासी मजदूरों को ब्यास सदन में तथा सौली खड्ड क्षेत्र से 12 किराएदारों को पड्डल गुरुद्वारा में शिफ्ट किया गया है। सभी प्रभावित लोगों को प्रशासन की ओर से हरसंभव मदद दी जा रही है। लोगों को सचेत और सावधान करने के लिए मीडिया के सभी माध्यमों का उपयोग करने के साथ-साथ वाहनों के जरिए अनाऊंसमैंट कराई जा रही है।
हर समय साथ है जिला प्रशासन
इस मुश्किल की घड़ी में जिला प्रशासन हर समय लोगों के साथ है। सभी लोगों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। जिला वासियों से आग्रह है कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तत्काल जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के टोल फ्री 1077 नंबर अथवा दूरभाष नंबर 01905-226201, 202, 203, 204 पर सूचित करें। जिला मुख्यालय समेत सभी उपमंडलों में आपदा प्रबंधन केंद्र 24 घंटे चालू हैं।