Edited By Ekta, Updated: 02 May, 2018 11:30 AM
कसौली में असिस्टैंट टाऊन प्लानर की गोलीकांड में मौत से प्रदेश में अवैध निर्माण को हटाने की मुहिम को झटका लग सकता है। प्रदेश में 30,000 से ज्यादा अवैध भवन बताए जा रहे हैं। एन.जी.टी. ने पिछले साल 16 नवम्बर के आदेशों में इसको गिराने के निर्देश दे रखे...
शिमला: कसौली में असिस्टैंट टाऊन प्लानर की गोलीकांड में मौत से प्रदेश में अवैध निर्माण को हटाने की मुहिम को झटका लग सकता है। प्रदेश में 30,000 से ज्यादा अवैध भवन बताए जा रहे हैं। एन.जी.टी. ने पिछले साल 16 नवम्बर के आदेशों में इसको गिराने के निर्देश दे रखे हैं। ऐसे ही आदेश पिछले साल सर्वोच्च न्यायालय ने भी कसौली में निर्माण को हटाने को दिए थे।
मंगलवार को इन आदेशों की अनुपालना के दौरान टी.सी.पी. के ए.टी.पी. पर गोली दागी जाती है। इससे विभागीय अधिकारी व कर्मचारी सहमे हुए हैं। इस घटना के बाद निर्माण हटाने की यह मुहिम धीमी पड़ सकती है। वहीं अगर एन.जी.टी. के आदेशों की अनुपालना होती है तो भविष्य में सैकड़ों अवैध निर्माणों को तोड़ा जा सकता है। इसके लिए भविष्य में पुलिस को भी विभागीय अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।
ऐसी घटनाएं सहन नहीं की जाएंगी: जयराम
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को गैस्ट हाऊस के मालिक द्वारा कसौली की सहायक नगर नियोजक शैल बाला की गोली मारकर हत्या करने की घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। शैल बाला सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार गैस्ट हाऊस को गिराने के लिए शुरू किए गए अभियान के अंतर्गत कसौली में विभागीय दल का नेतृत्व कर रही थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी घटनाओं को सहन नहीं किया जाएगा तथा दोषी को शीघ्र पकड़ा जाएगा तथा उसके खिलाफ कानून के अनुरूप सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को हर हाल में बनाया रखा जाएगा तथा सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का अक्षरश: पालन किया जाएगा। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के साथ अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की है। शहरी विकास एवं नगर तथा ग्राम नियोजन मंत्री सरवीण चौधरी ने मंगलवार को विश्राम गृह मालिक द्वारा कसौली की सहायक नगर नियोजक शैल बाला की गोली मार कर हत्या की घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है।