Edited By Kuldeep, Updated: 19 Oct, 2024 08:48 PM
आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मंडी (विजीलैंस) ने लोक निर्माण विभाग के एक कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
करसोग (यशपाल): आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मंडी (विजीलैंस) ने लोक निर्माण विभाग के एक कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। तकरीबन 1 वर्ष पहले राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को शिकायत मिली थी कि लोक निर्माण विभाग करसोग में कार्यरत एक कर्मचारी भ्रष्टाचार में संलिप्त है। भ्रष्टाचार के दम पर उक्त कर्मचारी ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है, जिसकी छानबीन होनी चाहिए। शिकायत मिलते ही विजीलैंस के अधिकारियों ने इस पर त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी। तफ्तीश के दौरान भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे कर्मचारी से पूछताछ की गई तथा तथ्यों के आधार पर आय से जुड़े दस्तावेज इकट्ठे कर उनका आकलन शुरू किया गया।
कृषि व बागवानी सहित सैलरी से होने वाली आय पर विजीलैंस की टीम असंतुष्ट नजर आई। विजीलैंस की तफ्तीश के दौरान ही मामले में संलिप्त कर्मचारी का तबादला करसोग से पांगी हो गया लेकिन विजीलैंस ने अपनी जांच जारी रखी तथा साक्ष्यों के आधार पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने पर विजीलैंस ने इस कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी। मामले की पुष्टि करते हुए सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मंडी के पुलिस अधीक्षक कुलभूषण वर्मा ने बताया कि लोक निर्माण विभाग में कार्यरत कर्मचारी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया गया है। मामले में भ्रष्टाचार निवारक अधिनियम 13 (2) के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि मामले में नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
3 ठिकानों पर की छापेमारी
सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मंडी द्वारा मामले का पटाक्षेप करने के लिए गठित विजीलैंस की टीम ने कर्मचारी के 3 ठिकानों पर छापेमारी की है। टीम ने पांगी व करसोग सहित उसके गांव माहूंनाग में दबिश देकर दस्तावेज खंगाले। इस दौरान विजीलैंस के हाथ भ्रष्टाचार में संलिप्त होने के अहम सुराग लगे हैं, जिन्हें आधार बनाकर विजीलैंस ने लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।