Edited By Vijay, Updated: 30 Nov, 2021 10:46 PM

उच्च न्यायालय के फैसले से नाराज जेबीटी प्रशिक्षुओं का विरोध जारी है। मंगलवार को जिला मुख्यालय में आज सैंकड़ों जेबीटी प्रशिक्षुओं ने रैली निकालकर अपनी नाराजगी जाहिर की। जेबीटी प्रशिक्षुओं ने डीसी सिरमौर के जरिए सरकार को ज्ञापन भेजकर मामले में...
नाहन (दलीप): उच्च न्यायालय के फैसले से नाराज जेबीटी प्रशिक्षुओं का विरोध जारी है। मंगलवार को जिला मुख्यालय में आज सैंकड़ों जेबीटी प्रशिक्षुओं ने रैली निकालकर अपनी नाराजगी जाहिर की। जेबीटी प्रशिक्षुओं ने डीसी सिरमौर के जरिए सरकार को ज्ञापन भेजकर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। जेबीटी प्रशिक्षुओं का कहना है कि हाईकोर्ट ने जो निर्णय लिया है उसके बाद जेबीटी प्रशिक्षुओं को अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है। फैसले के मुताबिक अगर बीएड धारकों को जेबीटी भर्ती के लिए पात्र माना गया है तो ऐसे में जेबीटी डिप्लोमा धारक को अपनी नौकरी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा।
जेबीटी की बैच वाइज भर्ती प्रक्रिया में जेबीटी डिप्लोमा धारकों का 2012 बैच चल रहा है जबकि बीएड धारकों का 1999 का बैच चल रहा है, ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसका किस तरीके से नुक्सान जेबीटी डिप्लोमा धारकों को उठाना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि मांग पूरी न होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उनको इंतजार था कि फैसला जेबीटी के पक्ष में आएगा जबकि हाईकोर्ट ने यह फैसला बीएड धारकों के पक्ष में दिया है। यदि जेबीटी भर्ती के लिए बीएड धारक पात्र हैं तो सरकार को जेबीटी डिप्लोमा को ही खत्म कर देना चाहिए। विरोध जता रहे जेबीटी प्रशिक्षुओं का कहना है कि यदि उनकी मांग के बाद सरकार मामले में हस्तक्षेप नहीं करती है तो उन्हें मजबूरन अपने हक की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में लड़नी पड़ेगी।
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