Edited By kirti, Updated: 03 Jan, 2019 11:13 AM
जिला कांगड़ा में हुए जनमंच कार्यक्रम में अभी तक 889 समस्याओं का समाधान जिला प्रशासन द्वारा किया गया है। जून माह से शुरू हुए जनमंच कार्यक्रम के तहत जिला भर से अभी तक 963 समस्याएं आई थीं जबकि 2004 मांगें लोगों द्वारा सरकार के समक्ष रखी गई थीं
धर्मशाला : जिला कांगड़ा में हुए जनमंच कार्यक्रम में अभी तक 889 समस्याओं का समाधान जिला प्रशासन द्वारा किया गया है। जून माह से शुरू हुए जनमंच कार्यक्रम के तहत जिला भर से अभी तक 963 समस्याएं आई थीं जबकि 2004 मांगें लोगों द्वारा सरकार के समक्ष रखी गई थीं, जिसमें 1843 मांगों को सरकार ने मान लिया है। यह जानकारी डी.सी. कांगड़ा संदीप कुमार ने पत्रकार वार्ता के दौरान दी। 74 ऐसी समस्याएं जिला के लोगों की आई हैं, जिनको जिला प्रशासन अभी तक हल नहीं कर पाया है जबकि 161 मांगें पूरी नहीं की गई हैं। डी.सी. कांगड़ा ने कहा कि अब तक जिला में 9 जनमंच कार्यक्रम हुए हैं और 90 फीसदी से अधिक समस्याओं का निपटारा कर दिया गया है। डी.सी. संदीप कुमार ने कहा कि जनमंच में आई लोगों की समस्याओं के निपटारे में कांगड़ा जिला पूरे प्रदेश में अव्वल रहा है। इस दौरान जिला प्रशासन द्वारा जनमंच कार्यक्रम से लोगों के जीवन में आए सकारात्मक परिवर्तन को दर्शाने के लिए बनाई गई लघु फिल्म भी दिखाई गई। डी.सी. कांगड़ा ने बताया कि जून में होने वाले इन्वैस्टर मीट के लिए भी तैयारियां जिला प्रशासन द्वारा की जा रही हैं।
जिला में बनेंगे 3 गौसदन
डी.सी. ने कहा कि प्रशासन ने जिला में 3 गौसदन बनाने के लिए शुरूआती औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। डमटाल में मंदिर की 400 से 500 कनाल जमीन पर गौसदन के निर्माण की प्रक्रिया जारी है। इसके अलावा जयसिंहपुर के कंगैण में 350 से 400 कनाल भूमि और ज्वालामुखी तहसील की ग्राम पंचायत सुधंगल में 400 से 500 कनाल के रकबे पर गौसदन बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
जिला में स्वरोजगार पर जोर
डी.सी. संदीप कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन युवाओं को विभिन्न विभागों की स्वरोजगार योजनाओं से जोड़ने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए युवाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। सरकार ने रोजगार कार्यालयों में स्वरोजगार प्रकोष्ठ बनाने के निर्देश दिए हैं, इससे बड़ी संख्या में युवा लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारी आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण और स्कूलों में मिल-डे मील व्यवस्था की जांच करने के लिए समय-समय पर दौरा कर रहे हैं।