Edited By Punjab Kesari, Updated: 30 Oct, 2017 01:31 AM
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर पलटवार किया है।
शिमला: केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के खिलाफ जो मामले चल रहे हैं वह पूर्व की कांग्रेस सरकार के समय के हैं, ऐसे में वीरभद्र सिंह द्वारा यह कहना गलत है कि जेतली और धूमल के इशारे से उन पर केस चल रहे हैं। इसके पीछे भाजपा का कोई हाथ नहीं है। एक सवाल के जवाब में जेतली ने कहा कि उन्होंने और धूमल ने सेब की ढुलाई स्कूटर पर करने को नहीं कहा था। दस्तावेजों के आधार पर ही उनके खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं और इस पर कानून के मुताबिक कार्रवाई हो रही है। बता दें कि इससे पहले वीरभद्र सिंह कई बार जेतली और धूमल पर भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसाने और 3-3 केंद्रीय एजैंसियों से जांच करवाने के आरोप लगा चुके हैं।
सरकार के 5 साल अपनी साख को बचाने में गए
जेतली ने कहा कि मौजूदा सरकार के 5 साल अपनी साख को बचाने में गए हैं, ऐसे में विकास को रफ्तार देने के लिए आने वाले समय में भाजपा को डबल काम करना होगा। उन्होंने कांग्रेस के पिछले 5 साल के कार्यकाल को पूरी तरह से निराशाजनक बताया। उन्होंने कहा कि पहले दिन से अंतिम दिन तक हिमाचल की कांग्रेस सरकार की कोई विश्वसनीयता नहीं रही। जेतली ने कहा कि प्रदेश सरकार की एकमात्र गतिविधि थी कि किस प्रकार अपने आप को बचाया रखा जाए फिर कैसे वह जनता से किए वायदे पूरे कर पाती। उन्होंने कहा कि सरकार के भीतर पावर स्ट्रगल थी। सरकार के भीतर ही नेताओं का आदर नहीं था।
कानून के मुताबिक काम कर रही जांच एजैंसी
वीरभद्र सिंह पर चल रहे केस में देरी को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जांच एजैंसी कानून के मुताबिक अपना काम कर रही है। इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं रहता है।इस दौरान जेतली ने वीरभद्र सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि बीते 5 वर्ष में प्रदेश की सरकार भ्रष्टाचार के ही मामलों से घिरी रही। मुख्यमंत्री अपने ऊपर चल रहे भ्रष्टाचार के मुकद्दमों में ही उलझे हुए हैं प्रदेश में विकास नाम की कोई चीज नहीं है इसलिए अब प्रदेश की जनता को चाहिए की प्रदेश से इस भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फैंके। केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र से हिमाचल को भारी मदद मिली है।
सुखराम पर सवाल को टाल गए जेतली
पंडित सुखराम के भ्रष्टाचार को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अनिल शर्मा ने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया। इसलिए उन्हें पार्टी में शामिल किया गया है।