Edited By Ekta, Updated: 17 Jun, 2019 01:33 PM
![interstate bus stand baijnath](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2019_6image_13_33_176598972busstand-ll.jpg)
लगातार हो रही बसों की वृद्धि के चलते अंतर्राज्यीय बस स्टैंड बैजनाथ का परिसर बौना साबित हो रहा है। इस बस स्टैंड में प्रतिदिन लगभग 100 प्राइवेट बसें लोकल रूट पर चलती हैं। लगभग 80 प्राइवेट बसें लांग रूट पर चलती हैं जबकि 4 वोल्वो प्राइवेट बसें चलती हैं...
बैजनाथ (ब्यूरो): लगातार हो रही बसों की वृद्धि के चलते अंतर्राज्यीय बस स्टैंड बैजनाथ का परिसर बौना साबित हो रहा है। इस बस स्टैंड में प्रतिदिन लगभग 100 प्राइवेट बसें लोकल रूट पर चलती हैं। लगभग 80 प्राइवेट बसें लांग रूट पर चलती हैं जबकि 4 वोल्वो प्राइवेट बसें चलती हैं वहीं निगम की बसें लगभग 100 लोकल रूट, लगभग 50 निगम की बसें बाहरी राज्यों में रूट पर जाती हैं तथा 4 वोल्वो बसें निगम की चलती हैं।
हिमाचल पथ परिवहन निगम बैजनाथ के बस स्टैंड का निर्माण 1989 में परिवहन मंत्री बिहारी लाल खाची तथा पंडित संत राम द्वारा करवाया गया था। उस समय कम बसें थीं व उस समय राष्ट्रीय उच्चमार्ग पर ही छोटा-सा बस स्टैंड हुआ करता था लेकिन 30 वर्ष बीत जाने पर भी आज तक बस स्टैंड परिसर को बढ़ाया नहीं जा सका है अपितु इसमें शौचालय के 2 टैंक बनाकर छोटा कर दिया गया है जिसके चलते जाम की समस्या भी क्षेत्र में बढ़ती जा रही है।
2003 में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा निगम की कर्मशाला में बस स्टैंड बनाने के लिए शिलान्यास किया गया था जिसके लिए उस समय की सरकार द्वारा धन भी मुहैया करवाया गया था लेकिन बावजूद इसके बस स्टैंड का निर्माण नहीं हो सका था इसके लिए कर्मशाला को गत्ता फैक्टरी में शिफ्ट करने की अटकलें भी चलीं तथा प्रयास भी किए गए लेकिन बस स्टैंड नहीं बन सका। क्षेत्रीय प्रबंधक बैजनाथ कुलदीप ठाकुर का कहना है कि नए बस स्टैंड का प्रोसैस चला हुआ है लेकिन जब तक नया बस स्टैंड नहीं बनता तब तक और जगह न होने के कारण यही बस स्टैंड चलता रहेगा।