Edited By Vijay, Updated: 10 Jul, 2025 07:49 PM

औद्योगिक क्षेत्र बेला बाथू, बाथड़ी में स्थित एक उद्योग के कामगार करीब डेढ़ महीने से न्याय की उम्मीद में भटक रहे हैं लेकिन अब तक उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो सकी है।
टाहलीवाल (गौतम): औद्योगिक क्षेत्र बेला बाथू, बाथड़ी में स्थित एक उद्योग के कामगार करीब डेढ़ महीने से न्याय की उम्मीद में भटक रहे हैं लेकिन अब तक उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो सकी है। वीरवार को मिडास केयर वर्कर यूनियन के पदाधिकारी और सदस्य अपने मुद्दों को लेकर मार्क जोन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान सुरेश शर्मा से मिले और मामले में हस्तक्षेप की अपील की।
यूनियन प्रतिनिधियों ने बताया कि 20 मई को उद्योग में उपजे विवाद के बाद 27 मई को प्रबंधन ने 7 कामगारों को सस्पैंड कर दिया और उद्योग गेट पर अनिश्चितकालीन लॉगआऊट का नोटिस चिपका दिया। इसके बाद श्रम अधिकारी पंकज कुमार सहित प्रशासनिक अधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधियों, उद्योगपतियों व मजदूर नेताओं की मौजूदगी में मौखिक रूप से समझौता हुआ, जिसे कामगारों ने स्वीकार कर लिया लेकिन प्रबंधन ने जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में हुए समझौते को न मानकर समझौते के दौरान तय शर्तों का पालन नहीं करते हुए 7 कामगारों को सस्पैंड ही रखा और 15 दिन बाद 18 अन्य कामगारों के खिलाफ भी कोर्ट से सम्मन जारी करवा दिए।
यूनियन का कहना है कि इस मुद्दे को लेकर वे कई बार लिखित और मौखिक रूप से श्रम विभाग व अन्य संबंधित अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं लेकिन 45 दिन बीतने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश शर्मा ने कामगारों की बात सुनने के बाद उन्हें आश्वासन दिलाया कि वे सभी पक्षों से बातचीत कर शांतिपूर्ण तरीके से इस समस्या का समाधान निकालने का प्रयास करेंगे। इस मौके पर यूनियन पदाधिकारी कुलदीप कुमार, जसविंदर सिंह, मंगेश पुरी, विजय कुमार, दविंदर सिंह, गोल्डी व रजिंदर कुमार मौजूद रहे।
डीएसपी हरोली मोहन रावत ने कहा कामगारों व उद्योग प्रबंधन का विवाद चल रहा था। टाहलीवाल पुलिस थाने में श्रम अधिकारी की उपस्थिति में बैठक कर विवाद का समाधान किया गया था। अगर प्रबंधन मनमानी कर रहा है तो श्रम अधिकारी दोबारा बैठक की तारीख तय करें पुलिस द्वारा हरसंभव सहयोग किया जाएगा।
पंकज कुमार श्रम अधिकारी ने कहा कि कामगारों का इस संदर्भ में शिकायत पत्र आया है। शीघ्र बैठक की तारीख तय करके सभी को सूचित किया जाएगा जो जनप्रतिनिधि व अधिकारी उस दिन बैठक में मौजूद थे और कामगारों की समस्या का समाधान किया जाएगा।