Edited By Kuldeep, Updated: 17 Dec, 2024 10:45 PM
प्रदेश सरकार अगले शैक्षणिक सत्र में 10, 20 व 25 छात्र संख्या वाले स्कूलों को मर्ज कर सकती है। इसके लिए सरकार ने शिक्षा विभाग को आदेश जारी कर इसकी तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
शिमला(प्रीति): प्रदेश सरकार अगले शैक्षणिक सत्र में 10, 20 व 25 छात्र संख्या वाले स्कूलों को मर्ज कर सकती है। इसके लिए सरकार ने शिक्षा विभाग को आदेश जारी कर इसकी तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए हैं। अगले शैक्षणिक सत्र में ऐसे वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल जहां छात्र संख्या 25 या इससे कम है, उसे नजदीकी स्कूल, जहां छात्र संख्या बेहतर है, में मर्ज किया जाएगा। सरकार ने मार्च 2025 तक विभाग को स्कूलों को मर्ज करने की प्रक्रिया पूरी करने को कहा है, ताकि अप्रैल में शैक्षणिक सत्र के शुरू होने पर इससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
इसी के चलते सरकार ने अभी से विभाग को संबंधित प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान 20 से कम छात्र संख्या वाले हाई और 10 से कम छात्र संख्या वाले मिडल स्कूलों को भी मर्ज कर स्कूल का दर्जा घटाया जाएगा। स्कूलों को मर्ज करने के बाद विभाग शिक्षकों का युक्तिकरण करेगा। इस दौरान शिक्षकों को ऐसे दुर्गम व ग्रामीण क्षेत्रों में भेजा जाएगा जहां शिक्षक कम होंगे। अगले शैक्षणिक सत्र से सरकार छात्रों की संख्या को देखते हुए ही स्कूलों को अपग्रेड करेगी। कम छात्र संख्या वाले स्कूलों का दर्जा भी घटाया जा सकता है।
प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। हालांकि सरकार ने हाल ही में शिक्षकों की जो बैचवाइज भर्ती की, उसमें अधिकतर शिक्षक दूरदराज के क्षेत्रों के स्कूलों में तैनात किए, बावजूद इसके अभी भी स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। चम्बा, किन्नौर, शिमला, सिरमौर जैसे कई ऐसे जिले हैं जहां के दुर्गम क्षेत्रों के स्कूलों में अभी भी नियमित शिक्षक नहीं हैं।