Edited By Jyoti M, Updated: 12 Sep, 2024 02:08 PM
शिमला और उसके आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों मौसम काफी खराब चल रहा है। शिमला में आसमान पर घने बादल छाए हुए हैं और लगातार बारिश का सिलसिला जारी है।
हिमाचल डेस्क। शिमला और उसके आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों मौसम काफी खराब चल रहा है। शिमला में आसमान पर घने बादल छाए हुए हैं और लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। प्रदेश के अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों जैसे कि मनाली, डलहौजी और चंबा में भी बुधवार को हल्की बूंदाबांदी हुई, जबकि अन्य हिस्सों में धूप खिली रही। इस असमान मौसम के कारण जीवन की गतिविधियों पर प्रभाव पड़ा है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 12 और 13 सितंबर के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही, वीरवार और शुक्रवार को भी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। यह अलर्ट बताता है कि इन दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जिससे सतर्क रहने की जरूरत है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 17 सितंबर तक इस बारिश का दौर जारी रह सकता है, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में और अधिक प्रभावित हो सकता है।
बुधवार शाम तक प्रदेश में भारी बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन हुआ, जिससे 37 सड़कों पर यातायात ठप हो गया। इसके परिणामस्वरूप सड़क संपर्क बाधित हो गया है और कई यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही, 106 बिजली ट्रांसफार्मर प्रभावित होने के कारण कुल्लू और चंबा के कई क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति भी बंद हो गई है। इस समस्या से संबंधित क्षेत्रों में लोग अंधेरे में रह रहे हैं, और बिजली विभाग की टीमें समस्या को जल्द से जल्द हल करने की कोशिश कर रही हैं।
यातायात और बिजली आपूर्ति में बाधाओं के चलते स्थानीय प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय किया है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा से पहले मौसम की जानकारी प्राप्त करें और यदि संभव हो तो यात्रा को टालें। इसके अतिरिक्त, राहत और बचाव कार्यों के लिए प्रशासन ने अतिरिक्त संसाधनों की व्यवस्था की है ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इस प्रकार, शिमला और इसके आसपास के क्षेत्रों में मौसम की स्थिति ने जीवन को प्रभावित किया है और सभी को सतर्क रहने की आवश्यकता है। बारिश और भूस्खलन के संभावित खतरे से निपटने के लिए सभी को सुरक्षित रहने के उपाय अपनाने की सलाह दी जाती है।