Edited By Vijay, Updated: 17 Aug, 2025 06:29 PM

जिला सिरमौर के शिलाई में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गूगाल मेला बड़ी श्रद्धा और धूमधाम से मनाया गया। परम्परा के अनुसार गोगा महाराज अपनी 52 गांवों की परिक्रमा पूरी कर अंतिम पड़ाव शिलाई गांव पहुंचे।
पांवटा साहिब: जिला सिरमौर के शिलाई में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गूगाल मेला बड़ी श्रद्धा और धूमधाम से मनाया गया। परम्परा के अनुसार गोगा महाराज अपनी 52 गांवों की परिक्रमा पूरी कर अंतिम पड़ाव शिलाई गांव पहुंचे। यहां से गोगा महाराज को शोभायात्रा के माध्यम से शिलाई गांव स्थित मंदिर से शिलाई बाजार होते हुए अस्पताल रोड स्थित गोगा महाराज जी की माड़ी तक ले जाया गया। रविवार को सुबह से ही पूरे क्षेत्र में झमाझम बारिश हो रही थी, लेकिन भक्तों की आस्था और उत्साह में किसी प्रकार की कमी देखने को नहीं मिली। हजारों की संख्या में श्रद्धालु पारम्परिक परिधानों में सज-धजकर यात्रा में शामिल हुए। पूरा इलाका गोगा महाराज के जयकारों से गूंज उठा।
बारिश के कारण यात्रा का शुभारंभ निर्धारित समय से विलंबित हुआ और यह मां ठारी मंदिर शिलाई के प्रांगण से दोपहर लगभग 1 बजे निकली। यात्रा शिलाई स्कूल और एसडीएम कार्यालय से होते हुए करीब 3 बजे शिलाई बाजार पहुंची। इस दौरान मार्ग के दोनों तरफ स्थानीय लोग श्रद्धा के साथ खड़े होकर गोगा महाराज की झलक पाने को आतुर दिखे। शिलाई बाजार पहुंचने पर श्रद्धालु पारम्परिक वाद्ययंत्रों की ताल पर झूम उठे और भक्तिमय नृत्य कर वातावरण को और अधिक पावन बना दिया। गूगाल मेले के अवसर पर शिलाई क्षेत्र दिनभर धार्मिक रंग में दिखाई दिया।
शोभायात्रा में महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों ने समान उत्साह से भाग लिया। गोगा महाराज जी के जयकारों के साथ बाजार गूंज उठा। स्थानीय प्रशासन की ओर से सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए गए थे, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उधर, नाहन में भी गोगा महाराज जी के मेले के अवसर पर स्थानीय गोगा माड़ी पर हजारों की तादाद में लोगों ने शीश नवाया। इस दौरान पक्का तालाब के किनारे मेले का भी आयोेजन किया गया।