Edited By Vijay, Updated: 06 Aug, 2020 05:36 PM
राजधानी शिमला में साइबर ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब साइबर ठगी का एक और मामला सामने आया है। उपनगर कसुम्पटी स्थित आर्थिकी एवं सांख्यिकी विभाग में पदस्थ एक वरिष्ठ आशुलिपिक स्टैनोग्राफर को एटीएम ब्लॉक होने का झांसा देकर ठगों ने उसके...
शिमला (ब्यूरो): राजधानी शिमला में साइबर ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब साइबर ठगी का एक और मामला सामने आया है। उपनगर कसुम्पटी स्थित आर्थिकी एवं सांख्यिकी विभाग में पदस्थ एक वरिष्ठ आशुलिपिक स्टैनोग्राफर को एटीएम ब्लॉक होने का झांसा देकर ठगों ने उसके खाते से 71608 रुपए निकाल लिए। जब अलग-अलग किश्तों में खाते से रकम निकलने की सूचना एसएमएस के माध्यम से उक्त कर्मचारी को मिली तो उसे खुद के ठगे जाने का अहसास हुआ और इसके बाद छोटा शिमला थाने में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत में उग्र सेन पुत्र डीके राम ने कहा है कि उसके मोबाइल पर 9447188055 नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को बैंक अधिकारी बताया। इस दौरान उसने कहा कि आपका एटीएम कार्ड ब्लॉक हो गया है। जालसाज ने झांसा दिया कि रजिस्ट्रेशन न होने से एटीएम कार्ड ब्लॉक हुआ है और इसे चालू करवाने के लिए उसे एटीएम कार्ड पर लिखा नंबर बताना होगा। ओटीपी हासिल करने के लिए ठग ने पीड़ित को कहा कि बैंक ने उसके मोबाइल पर रजिस्ट्रेशन नंबर भेजा है। इस नंबर को बैंक में अपडेट करने पर एटीएम कार्ड चालू हो जाएगा।
पीड़ित पूरी तरह से जालसाज के झांसे में आ गया और ओटीपी भी ठग से सांझा कर दिया। इस पर उसके खाते से अलग-अलग बार में कुल 71608 रुपए निकल गए। शिमला में एक हफ्ते के भीतर ऑनलाइन ठगी का यह दूसरा मामला है। मामले की पुष्टि करते हुए एसपी शिमला ओमापति जम्वाल ने बताया कि आईपीसी की धारा 419ए, 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। ऑनलाइन ठगी की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।