Edited By Vijay, Updated: 02 Feb, 2024 08:35 PM
औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी के हिलटॉप स्थित परफ्यूम बनाने वाली अरोमा कंपनी में अचानक आग लगने से 30 लोग कूद कर घायल हो गए हैं। कंपनी में उस दौरान 50 से अधिक लोग काम कर रहे थे। कंपनी 4 मंजिला थी। जैसे ही कामगारों को आग लगने की भनक लगी तो कामगारों ने...
मानपुरा/बीबीएन (बस्सी/ठाकुर): औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी के हिलटॉप स्थित परफ्यूम बनाने वाली अरोमा कंपनी में अचानक आग लगने से 30 लोग कूद कर घायल हो गए हैं। कंपनी में उस दौरान 50 से अधिक लोग काम कर रहे थे। कंपनी 4 मंजिला थी। जैसे ही कामगारों को आग लगने की भनक लगी तो कामगारों ने शीशे तोड़ दूसरी मंजिल से कूद कर जान बचाई। बाद में एक महिला कामगार पिंकी की पीजीआई चंडीगढ़ में मौत हो गई। घायलों में करीब 21 महिलाएं झाड़माजरी के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाई गईं जबकि अन्य 5 को पीजीआई तथा बाकियों को बद्दी के अन्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया। प्रशासन ने दावा किया है कि जब कंपनी में आग लगी तो उस दौरान 50 लोग कंपनी के अंदर थे जिसमें से 30 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है और 8 लोग लापता बताए जा रहे हैं। शुक्रवार रात्रि 11 बजे तक आग बुझाने का सिलसिला बरकरार था। पंजाब के खरड़, मोहाली, हरियाणा के पंचकूला, पिंजौर, कालका के अलावा आर्मी चंडी मंदिर की आग बुझाने वाली गाड़ियां यहां पहुंचीं। इसके अतिरिक्त करीब 2 दर्जन से अधिक गाड़ियों ने आग बुझाने का कार्य किया।
ग्राऊंड फ्लोर में रखे राॅ मैटीरियल लगी आग
4 मजिला उद्योग के ग्राऊंड फ्लोर से आग लगी, जहां पर राॅ मैटीरियल पड़ा था जबकि ऊपरी की मंजिल में उत्पादन होता था। दोपहर एक बजे लंच हुआ था। डेढ़ बजे सभी कामगार कार्य पर लौटे ही थे कि एक बजकर 35 मिनट पर आग लग गई। इससे अफरा-तफरी मच गई और गेट का रास्ता बंद हो गया। कामगारों ने 4 मंजिला इमारत से कूद कर जान बचाने की कोशिश की। स्टाफ के लोग अभी खाना खाकर बाहर ही विश्राम कर रहे थे। वे अंदर नहीं गए। जो लोग अंदर थे वे अभी लापता बताए जा रहे हैं। बरोटीवाला थाना में उद्योग प्रबंधकों के विरुद्ध भी देर सायं मामला दर्ज कर लिया गया। प्रबंधक चंद्र शर्मा और ठेकेदार को पूछताछ के लिए थाना ले जाया गया। यह भी बताया जा रहा है कि मार्च में इस उद्योग को बंद करने का प्लान था।
लापता कामगारों का पता लगाएगी एनडीआरएफ की टीम
प्रशासन का यह भी अनुमान है कि कुछ लोग कंपनी से कूदने के बाद घर भाग गए परंतु कुछ लोग कंपनी के अंदर भी हो सकते हैं। फोरैंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया है। वहीं आग पर काबू पाने के बाद एनडीआरएफ की टीम अंदर जाएगी और लापता कामगारों का पता लगाएगी। कंपनी के मैनेजर चंद्र शर्मा ने बताया कि यहां करीब 84 कामगार कार्य करते हैं। शुक्रवार को करीब 5 दर्जन से अधिक कामगार ड्यूटी पर थे। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। डीसी.मनमोहन शर्मा ने बताया कि कंपनी में ज्यादातर ठेकेदार के कामगार थे। जैसे ही सबसे निचले तल में आग लगी तो लोगों ने खिड़कियों से कूद कर जान बचाई। 30 कामगारों में से 3 को पीजीआई, 6 को काठा अस्पताल, 21 को झाड़माजरी स्थित ब्रुकलिन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। ज्यादातर लोग गिरने से फ्रैक्चर हो गए हैं। आग बुझाने के लिए चंडी मंदिर स्थित आर्मी, कालका, परवाणू, पिंजौर, नालागढ़, बद्दी, बिरला, वर्धमान व टीवीएस कंपनी से फायर टैंडर बुलाया गया।
इसलिए ज्यादा भयानक हुई आग
कंपनी के अंदर ज्वलनशील पदार्थ, जिसमें अल्कोहल और परफ्यूम में सुगंध बनाने वाले कंपाऊंड और एलपीजी सिलैंडर पड़े हुए थे, जिसके चलते चलते आग ने चंद मिनटों में ही विकराल रूप धारण कर लिया। उद्योग की बिल्डिंग के परखच्चे उड़ने लगे। धुएं के गुबार से आसमान काला हो गया।
ये कामगार हुए घायल
घायल कामगारों में अनिता, आशा, ममता, अनित, राज कुमारी, सीमा,पुष्पा, कश्मीरी,पूजा, अंशु, स्वीत्रि, सतेंद्र, खुशबू, कंचन, तारावती, सावीत्रि, राम मूर्ति, कुंती, रशिका, अनारकली, मीरा, पुष्पा,शिव कुमार, राम लाल, अर्चना, दीप शिखा,ममता व हरीश शामिल हैं। इनका इलाज बद्दी के प्राइवेट व काठा अस्पताल में चल रहा है जबकि कई कामगारों को गंभीर चोट पहुंचीं। इनमें से 5 को पीजीआई रैफर कर गया, जिसमें चरण सिंह, पिंकी, आरती, गीता व प्रेम कुमारी शामिल हैं।
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