Edited By Simpy Khanna, Updated: 21 Sep, 2019 06:13 PM
जिला कुल्लू के मुख्यालय सरवरी में स्थित एक निजी स्कूल में एक व्यक्ति द्वारा फर्जी पत्रकार बनकर घुसने का मामला सामने आया है। उक्त व्यक्ति ने स्कूल में घुसकर महिला शिक्षकों को भी धमकाया। जिसके चलते स्कूल प्रबंधन द्वारा उक्त व्यक्ति के शिकायत कुल्लू...
कुल्लू (मनमिंदर) : जिला कुल्लू के मुख्यालय सरवरी में स्थित एक निजी स्कूल में एक व्यक्ति द्वारा फर्जी पत्रकार बनकर घुसने का मामला सामने आया है। उक्त व्यक्ति ने स्कूल में घुसकर महिला शिक्षकों को भी धमकाया। जिसके चलते स्कूल प्रबंधन द्वारा उक्त व्यक्ति के शिकायत कुल्लू पुलिस को की गई है। वहीं इस मसले को लेकर जिला कुल्लू निजी स्कूल संगठन द्वारा भी एक बैठक का आयोजन किया गया और उक्त व्यक्ति पर कड़ी कार्यवाही करने की भी मांग रखी गई।
सरवरी स्थित निजी स्कूल के संचालक मोतीराम शर्मा ने बताया कि बीते दिन एक व्यक्ति स्कूल प्रबंधन की इजाजत के बिना ही स्कूल में घुस आया और वहां छोटे बच्चों को पढ़ा रहे महिला शिक्षकों को भी धमकाने लगा। जब उन्होंने उक्त व्यक्ति से उसकी पहचान के बारे में पूछा तो उसने अपने आप को एक निजी अखबार का पत्रकार बताया और मानवाधिकार आयोग का सदस्य बताया।
मोती लाल शर्मा ने कहा कि जब उन्होंने उसके बारे में छानबीन की तो उन्हें पता चला कि उक्त व्यक्ति किसी भी अखबार में कार्य नहीं करता है और इस तरह से किसी स्कूल में घुसकर महिला शिक्षकों को धमकाने का तरीका भी बिल्कुल ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर निजी स्कूल संगठन द्वारा बैठक आयोजित की गई और इस मामले की एसपी कुल्लू को भी शिकायत दी गई है।
वहीं निजी स्कूल संगठन के पदाधिकारी गणेश भारद्वाज ने कहा कि उक्त व्यक्ति ने स्कूल के कमरे में घुसकर वहां पढ़ रहे छोटे बच्चों और महिला शिक्षकों की फोटो और तुरंत उसे सोशल मीडिया में वायरल किया गया। जबकि कानून के अनुसार छोटे बच्चों और महिला शिक्षकों की फोटो को किसी भी तरह से सोशल मीडिया पर वायरल नहीं किया जा सकता है।
गणेश भारद्वाज ने कहा कि अगर इस तरह से ही कोई अनजान व्यक्ति बिना स्कूल प्रबंधन की मर्जी से घुसते रहेंगे तो ऐसे में वहां पढ़ रहे बच्चों की सुरक्षा भी व्यवस्था भी खराब होगी। उन्होंने कहा कि इस मसले को लेकर संगठन ने भी निर्णय लिया है और उक्त व्यक्ति द्वारा फेसबुक में वायरल की गई पोस्ट की स्क्रीनशॉट भी एसपी कुल्लू को जाएंगे। ताकि उस पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही पुलिस द्वारा की जा सके।