Edited By Vijay, Updated: 27 Dec, 2019 04:13 PM
बेशक शिमला में आज प्रदेश सरकार अपने 2 साल पूरे होने का जश्न मना रही थी लेकिन हमीरपुर में प्रशासन द्वारा जश्न को दिखाने के लिए लगाई गई बड़ी स्क्रीन में कार्यक्रम देखने के लिए लोगों ने दिलचस्पी नहीं दिखाई।
हमीरपुर (अरविंदर): बेशक शिमला में आज प्रदेश सरकार अपने 2 साल पूरे होने का जश्न मना रही थी लेकिन हमीरपुर में प्रशासन द्वारा जश्न को दिखाने के लिए लगाई गई बड़ी स्क्रीन में कार्यक्रम देखने के लिए लोगों ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। हालांकि सुबह के समय तापमान में काफी गिरावट थी लेकिन दोपहर तक धूप खिलने पर भी गांधी चौक पर रखी कुर्सियां खाली रहीं और एक भी व्यक्ति ने लाइव प्रोग्राम देखने के लिए कुर्सियों पर बैठना मुनासिब नहीं समझा।
इसे मलाल कहें या फिर कुछ और क्योंकि 2 साल पहले बीजेपी में मुख्यमंत्री पद के लिए हुए फेरबदल को शायद आज भी हमीरपुर के लोग भुला नहीं पाए हैं। बता दें कि 2 साल पहले चुनावों के समय पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया था लेकिन सुजानपुर सीट हारने के चलते पार्टी ने धूमल को मुख्यमंत्री न बनाकर मंडी जिला से जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री बनाया था।
जयराम सरकार का लाइव प्रोग्राम देखने में हमीरपुर वासियों की बेरूखी इसी ओर इशारा कर रही थी कि लोगों की सरकार के जश्न में कोई रुचि नहीं है। यही कारण था कि पूरे कार्यक्रम के दौरान एक भी व्यक्ति ने कुर्सी पर बैठने की जहमत नहीं उठाई और इक्का-दुक्का जिला प्रशासन के नुमाइंदे और कुछ सुरक्षा कर्मी ही गांधी चौक पर दिखे। इतना ही नहीं, स्थानीय दुकानदारों ने भी कार्यक्रम देखने के लिए अपनी दुकानों से निकलने की जहमत नहीं उठाई, जिसके चलते प्रदेश सरकार के खिलाफ हमीरपुर वासियों की बेरूखी जग जाहिर हुई है।