Edited By Vijay, Updated: 25 Aug, 2024 05:17 PM
हिमाचल प्रदेश के चूड़धार क्षेत्र में एक श्रद्धालु रास्ता भटक गया, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद देर रात सुरक्षित जंगल से रैस्क्यू कर लिया गया। जानकारी के अनुसार 32 वर्षीय अंकुश निवासी चंडीगढ़ अपने साथी सतविंदर सूद के साथ चूड़धार यात्रा पर निकला था।
नौहराधार: हिमाचल प्रदेश के चूड़धार क्षेत्र में एक श्रद्धालु रास्ता भटक गया, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद देर रात सुरक्षित जंगल से रैस्क्यू कर लिया गया। जानकारी के अनुसार 32 वर्षीय अंकुश निवासी चंडीगढ़ अपने साथी सतविंदर सूद के साथ चूड़धार यात्रा पर निकला था। नौहराधार से पैदल यात्रा करते समय तीसरी नामक स्थान पर अंकुश अपने मित्र से पीछे रह गया और रास्ता भटक गया। सतविंदर ने यह सोचकर यात्रा जारी रखी कि अंकुश पीछे-पीछे आ रहा होगा, लेकिन चूड़धार पहुंचने पर जब अंकुश नहीं पहुंचा तो सतविंदर ने उसे फोन पर संपर्क करने की कोशिश की। बड़ी मुश्किल से फोन लगने पर अंकुश ने बताया कि वह जंगल में बड़े-बड़े पत्थरों के बीच फंस गया है और उसकी तबीयत खराब हो चुकी है। रात के करीब साढ़े 9 बजे इसकी सूचना 112 हैल्पलाइन पर दी गई।
सूचना मिलने पर चौपाल थाना पुलिस ने अंकुश की मोबाइल लोकेशन का पता लगाकर चुड़धार में ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवान अखिल कुमार को जानकारी दी। अखिल कुमार तुरंत सतविंदर को साथ लेकर अंकुश की तलाश में निकल पड़े। उन्होंने जंगल में दूर-दूर तक अंकुश को आवाजें दीं, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। काफी समय बाद अखिल ने जंगल में 'भोले शंकर' का जयकारा लगाया तो जंगल में फंसे अंकुश ने आवाज सुनकर जयकारा लगाया, जिसके बाद अखिल व सतविंदर मौके पर पहुंचे। रात करीब 1:30 बजे अंकुश को सुरक्षित चूड़धार पहुंचाया गया, जहां चुड़ेश्वर सेवा समिति के कर्मचारियों ने उसकी देखभाल की और भोजन उपलब्ध कराया।
अंकुश ने चुड़ेश्वर सेवा समिति और पुलिस का धन्यवाद किया और कहा कि यदि उसे समय पर रैस्क्यू नहीं किया जाता तो वह पूरी रात जंगल में नहीं काट पाता। चुड़ेश्वर सेवा समिति के प्रबंधक बाबू राम शर्मा ने सभी भक्तों से आग्रह किया है कि देर शाम को यात्रा न करें, क्योंकि घने जंगल में रास्ता भटकने और जंगली जानवरों का खतरा बढ़ जाता है।
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