Edited By prashant sharma, Updated: 16 Jan, 2022 12:57 PM

कोरोना की तीसरी लहर ने पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों की कमर फिर से तोड़ दी है। आलम यह हो गया है कि सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियों के चलते अब पर्यटक भी जिले का रूख नहीं कर रहे है। दिसम्बर के महीने के साथ-साथ नए साल के दौरान
धर्मशाला (जिनेश) : कोरोना की तीसरी लहर ने पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों की कमर फिर से तोड़ दी है। आलम यह हो गया है कि सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियों के चलते अब पर्यटक भी जिले का रूख नहीं कर रहे है। दिसम्बर के महीने के साथ-साथ नए साल के दौरान पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज, धर्मशाला, पालमपुर, बीड-बिलिंग आदि में पर्यटकों को देखकर होटलियर्स के चेहरे फिर से खिल गए थे। लेकिन नए साल के एक हफ्ता बीतने के बाद ही पर्यटन व्यवसाय ने फिर से मंदी का मुंह देखा शुरू कर दिया है। होटलियर्स की मानें तो दिसम्बर का महीना पिछले 2 सालों के सीजनों से अच्छा निकला लेकिन एक हफ्ता बीतने के बाद होटलों में एक कमरा तक नहीं लग पा रहा है। उनकी मानें तो कई होटलों ने तो ताले तक लगाने के लिए तैयारी कर ली है। होटलियर्स की मानें तो कोरोना के चलते लगी पाबंधियों से होटलों में बुङ्क्षकग नहीं हो रही है। वीकेंड होने के चलते भी पर्यटक नहीं आ रहे है।
बुकिंग न होने पर होटल कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजा
कई होटल संचालकों ने इस वीकेंड पर एक भी बुकिंग होटलों के कमरों की न होने के चलते होटल में काम कर रहे कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया है। होटलियर्स का कहना है कि जैसे ही सरकार पाबंधियों को खत्म करती है तो फिर से कर्मचारियों को बुला लिया जाएगा।
पहली व दूसरी लहर के बाद कई होटलों को आ चुके है बैंक के नोटिस
पहली लहर में लॉकडाउन व दूसरी लहर के दौरान सख्त पाबंधियों के बाद जिला के कई होटलियर्स को बैंक से लोन की किस्त न चुकाने के चलते कई होटलों को बैंक द्वारा नोटिस जारी किए गए थे। होटलियर्स की मानें तो कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने के बाद यहां वहां से पैसा लेकर लोन की किस्ते होटलियर्स द्वारा चुकाई गई है।