Edited By Vijay, Updated: 15 Sep, 2023 08:46 PM

एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स व जिला पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा वीरवार को गगरेट में पकड़ी गई नशीली दवा की खेप दिल्ली से ट्रांसपोर्ट के जरिए लाई गई थी। पुलिस ने नशीली दवा की खेप के साथ 2 लोगों को गिरफ्तार करने के बाद....
गगरेट (बृज/हनीश): एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स व जिला पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा वीरवार को गगरेट में पकड़ी गई नशीली दवा की खेप दिल्ली से ट्रांसपोर्ट के जरिए लाई गई थी। पुलिस ने नशीली दवा की खेप के साथ 2 लोगों को गिरफ्तार करने के बाद वीरवार देर रात्रि ही दवा विक्रेता भूपिन्द्र दत्ता को भी गिरफ्तार कर लिया, जिसके नाम से नशे की ये खेप आई थी। पुलिस ने इस पूरे प्रकरण का किंगपिन कहे जाने वाले गगरेट कस्बे के ही एक नेता को भी गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहा। हालांकि बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
किसी जानकार के पास छुपा हुआ था मुख्य आरोपी
मुख्य आरोपी बताया जा रहा पार्षद वीरेंद्र कुमार गिरफ्तारी से बचने के लिए किसी जानकार के पास छुपा हुआ था। पुलिस को उम्मीद है कि वीरेंद्र कुमार की गिरफ्तारी से कई खुलासे होंगे। शुक्रवार को पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी और उसका मोबाइल नंबर भी ट्रेसिंग पर लगाया गया था। मामले के मुख्य आरोपी पर पुलिस की नजर पहले से ही थी और खुफिया तंत्र ने भी पुलिस हैडक्वार्टर को ये सूचनाएं भेजी थीं कि उक्त नेता ने नशे के कारोबार से ही बड़ा साम्राज्य स्थापित कर लिया है, जिसके बाद उक्त कार्रवाई अमल में लाई गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर तफ्तीश तेज कर दी है। इस मामले में पुलिस अब वित्तीय अन्वेषण करने की तैयारी में है। ऐसे में आरोपियों की प्रॉपर्टी भी इस केस के साथ अटैच की जा सकती है।
2 आरोपियों पर पहले से दर्ज हैं ड्रग एंड कॉस्मैटिक एक्ट के तहत मामले
पकड़े गए 2 आरोपी ऐसे हैं जिन पर इससे पहले ही ड्रग एंड कॉस्मैटिक एक्ट के तहत मामले दर्ज किए जा चुके हैं। एक आरोपी का नाम तो जालंधर में पकड़े गए एक बड़े प्रतिबंधित दवाइयों के रैकेट में भी उछला था लेकिन उस समय भी मामला रफा-दफा कर दिया गया। इस मामले में शीघ्र ही पुलिस की टीम दिल्ली में दबिश दे सकती है और उस दवा निर्माता फैक्टरी का भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है जहां ये प्रतिबंधित दवा बनाई जा रही है।
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को मिली थी गुप्त सूचना
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को गुप्त सूचना मिली थी कि दिल्ली से नशीली दवाइयों का एक कंसाइनमैंट गगरेट आ रहा है। इस सूचना के आधार पर एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स व जिला पुलिस की टीम ने ट्रांसपोर्ट कंपनी के ट्रक पर नजर रखनी शुरू कर दी। वीरवार को जैसे ही ट्रक माल लेकर गगरेट पहुंचा और एक पिकअप वाहन में कंसाइनमैंट को ले जाया जाने लगा तो पुलिस ने उसे कब्जे में ले लिया। जब कंसाइनमैंट की जांच की तो उसमें मिले 2 बॉक्स में प्रतिबंधित दवा के 28560 कैप्सूल बरामद किए। डीएसपी अम्ब डाॅ. वसुधा सूद ने बताया कि मामले के चारों आरोपी पकड़े जा चुके हैं। इनमें से 3 का पुलिस रिमांड हासिल कर लिया है जबकि चौथे आरोपी को शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
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