Edited By Jyoti M, Updated: 11 May, 2025 11:41 AM

हिमाचल प्रदेश में इस बार मई महीने में भी सर्दी का अहसास बना हुआ है। हाल ही में चंबा जिले के साच जोत और रोहतांग दर्रा सहित कई ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी देखने को मिली।
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में इस बार मई महीने में भी सर्दी का अहसास बना हुआ है। हाल ही में चंबा जिले के साच जोत और रोहतांग दर्रा सहित कई ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी देखने को मिली। शिमला, कांगड़ा, कुल्लू और लाहौल-स्पीति जैसे क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश भी रिकॉर्ड की गई। मौसम का ये बदला मिजाज तापमान में गिरावट का कारण बना है।
लाहौल, मनाली, सिस्सू और अटल टनल के आसपास भी बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है। बता दें कि मई महीने को भीषण गर्मी के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बार इसके विपरीत इस महीने में गर्मी का असर कम हो गया है। इस बार सर्द हवाओं और बादलों ने गर्मी को पीछे धकेल दिया है।
मौसम विभाग शिमला के अनुसार प्रदेश में 16 मई तक कई जगहों पर हल्की बारिश का सिलसिला बना रह सकता है। इसके अलावा 10 से 15 जून के बीच प्री-मानसून की बौछारें पड़ने की संभावना जताई गई है, जिससे किसानों और बागवानों को कुछ राहत मिल सकती है।
इस बार मानसून जल्दी आ सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि यदि दक्षिण-पश्चिम मानसून की रफ्तार सामान्य रही तो यह 20 जून तक हिमाचल पहुंच सकता है। आमतौर पर मानसून प्रदेश में जून के अंतिम सप्ताह में आता है, लेकिन इस बार एक सप्ताह पहले इसके पहुंचने की उम्मीद है। यदि ऐसा हुआ तो बीते वर्षों का रिकॉर्ड टूट सकता है।
मौसम विभाग ने यह भी बताया कि इस वर्ष मानसून के दौरान सामान्य बारिश होने की संभावना है। इसका मतलब है कि खेती-किसानी और जल स्रोतों के लिए यह मौसम अच्छा साबित हो सकता है। राज्य सरकार और प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय लोगों से खराब मौसम के दौरान सतर्क रहने की अपील की है। खासकर ऊंचाई वाले इलाकों में यात्रा करते समय मौसम की जानकारी लेना जरूरी बताया गया है।