Edited By Vijay, Updated: 26 Sep, 2022 10:19 PM
इंटरनल यूनिवर्सिटी बड़ू साहिब के साथ बहते नाले में बादल फटने से बड़ू साहिब में बाढ़ जैसे हालत पैदा हो गए। यूनिवर्सिटी का पूरा परिसर जलमग्न हो गया है और परिसर में लगभग 4 से 5 फुट तक पानी भर गया। यूनिवर्सिटी के समीप सड़क पर खड़ी गाड़ियां पानी में बह...
करंट लगने से एक मजदूर की मौत
राजगढ़ (नाहन) (गोपाल): इंटरनल यूनिवर्सिटी बड़ू साहिब के साथ बहते नाले में बादल फटने से बड़ू साहिब में बाढ़ जैसे हालत पैदा हो गए। यूनिवर्सिटी का पूरा परिसर जलमग्न हो गया है और परिसर में लगभग 4 से 5 फुट तक पानी भर गया। यूनिवर्सिटी के समीप सड़क पर खड़ी गाड़ियां पानी में बह गईं। हालांकि अभी नुक्सान का पता नहीं चल पाया है। घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम पच्छाद नुक्सान का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य आरंभ कर दिए। सभी विद्यार्थी होस्टलों की ऊपरी मंजिलों में शिफ्ट कर दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि तेज पानी के बहाव से बड़ू साहिब में बिजली के खम्भे गिरने से चारों ओर करंट आ गया, जिसमें एक सफाई कर्मचारी की मौत हो गई। जैसे ही इस बात की सूचना कलगीधर ट्रस्ट के प्रबंधन को मिली उसी समय पूरे संस्थान की बिजली बंद कर दी गई नहीं तो और अधिक नुक्सान हो सकता था।
भारतीय स्टेट बैंक खेरी शाखा का रिकॉर्ड मलबे से खराब
कलगीधर ट्रस्ट के मुख्य सेवादार जगजीत सिंह (काका वीर) के अनुसार दरबार हाल के सामने बने सभी कमरों में पानी भर गया और सड़क पर खड़े वाहन बह गए कितने वाहन बहे हैं इसकी सूचना अभी नहीं मिल पाई है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थान में रह रहे सभी विद्यार्थियों को होस्टलों की ऊपरी मंजिलों मे सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया था और उनको भोजन-पानी की पूरी व्यवस्था वहीं कर दी गई है। भारतीय स्टेट बैंक खेरी शाखा का सारा रिकॉर्ड मलबे से खराब हो गया है। कलगीधर ट्रस्ट के कार्यालयों में भी मलबा भरने से सारा रिकार्ड खराब होने की आशंका है। जगजीत सिंह के अनुसार ट्रस्ट को लगभग 40 करोड़ रुपए का नुक्सान होने का अनुमान है। स्थानीय विधायक रीना कश्यप ने बड़ू साहिब का दौरा किया।
दोस्त के साथ घर जा रहे अधेड़ की नाले में बहन से मौत
उधर, बारिश के बाद नाले में आई बाढ़ से उपमंडल नौहराधार के सेर-तंदूला पंचायत के मैथली गांव के 65 वर्षीय यशवंत की मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि रविवार सायं यशवंत अपने दोस्त सुखदेव के साथ कुफ्टू गांव से मैथली अपने घर जा रहे थे कि सेर-तंदूला स्कूल के साथ लगते नाले को पार करते हुए वह बाढ़ की चपेट में आ गए। यशवंत नाले में बह गया। नायब तहसीलदार नौहराधार काकूराम ने बताया कि रास्ते बंद होने व मौसम खराब होने से पोस्मार्टम नहीं करवाया जा सका। उन्होंने बताया कि मृतक के परिजनों को 20 हजार रुपए फौरी राहत दी गई है।
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