Edited By Vijay, Updated: 09 Jul, 2022 08:05 PM

कुल्लू जिले में 2 अलग-अलग जगहों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। जानकारी के अनुसार सोलंगनाला के समीप धार्मिक पर्यटन स्थल अंजनी महादेव में बादल फट गया, जिसके चलते अंजनी महादेव मंदिर के लिए जाने वाली पैदल पुलिया बह गई।
पतलीकूहल/बजौरा (ब्यूरो/कृष्ण): कुल्लू जिले में 2 अलग-अलग जगहों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। जानकारी के अनुसार सोलंगनाला के समीप धार्मिक पर्यटन स्थल अंजनी महादेव में बादल फट गया, जिसके चलते अंजनी महादेव मंदिर के लिए जाने वाली पैदल पुलिया बह गई। जिस समय नाले में बाढ़ आई, उस समय स्थानीय लोग व पर्यटक अंजनी महादेव मंदिर के आसपास थे लेकिन पानी बढ़ता देख लोगों ने शोर मचाया और सभी को सुरक्षित सोलंग की ओर भेज दिया। थोड़ी देर के बाद पानी बढ़ गया, जिससे अंजनी महादेव मंदिर को जाने वाली पैदल पुलिया बह गई। अंजनी महादेव नाले में बादल फटने से ब्यास नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है।
नदी के किनारे रहने वाले लोगों को किया सतर्क
मनाली प्रशासन ने अंजनी महादेव पर्यटन स्थल पर्यटकों के लिए बंद कर दिया है। ब्यास नदी के जलस्तर को बढ़ता देख प्रशासन ने नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क कर दिया है। नेहरूकुंड सहित बाहंग, वोल्वो बस स्टैंड, रांगड़ी, आलू ग्राऊंड, 17 मील, 15 मील व पतलीकूहल सहित डोभी बिहाल में नदी के पानी से खतरा बढ़ गया है। एसडीएम मनाली डाॅ. सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि अंजनी महादेव नाले में बाढ़ आने से पैदल पुलिया बह गई है, मगर कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ है। नदी किनारे रहने वाले लोगों को आगाह कर दिया गया है और रैस्क्यू टीम को भी सतर्क रहने को कहा गया है।
बादल फटने से शिला नाले में जलस्तर बढ़ा
वहीं गड़सा घाटी के शिला नाले में भी बादल फटने से नाले का जलस्तर बढ़ गया। इससे इलाके के लोग सहम गए। नाले का जलस्तर इतना बढ़ गया कि कई पेड़ जड़ से उखड़ गए। शिलागढ़ में कुछ वर्ष पहले भी बादल फटा था, जिससे प्रोजैक्ट में कार्यरत कई मजदूरों की मौत हो गई थी। भुंतर पुलिस थाना से एक टीम इलाके में स्थिति का जायजा लेने पहुंची। एसएसपी गुरदेव शर्मा ने कहा कि क्षेत्र में जलस्तर बढऩे की सूचना मिली थी। टीम को इलाके में स्थिति का जायजा लेने भेजा है।
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